रविवार 28 दिसंबर 2025 - 05:00
 ऐसी दुआएँ जो कभी रद्द नहीं होतीं

हौज़ा / पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने एक रिवायत में उन दुआओं का ज़िक्र किया है जो बिना किसी शक के कबूल की जाती हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, निम्नलिखित रिवायत "बिहार अल अनवार" किताब से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال رسول اللہ صلی اللہ علیہ وآلہ:

ثَلاثُ دَعَواتٍ مُستَجاباتٌ لا شَكَّ فيهنَّ: دَعْوَةُ المَظْلومِ، وَ دَعْوَةُ المُسافِرِ، وَ دَعْوَةُ الوالِدِ عَلى وَلَدِهِ.

अल्लाह के रसूल (स) ने फ़रमाया:

तीन दुआएँ बिना किसी शक के कबूल की जाती हैं: मज़लूम की दुआ, मुसाफ़िर की दुआ, और बेटे के हक़ मे पिता की दुआ।

बिहार उल अनवार, भाग 74, पेज 84

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha