सूर ए आले इमरान की तफसीर
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इत्रे क़ुरआन ! सूर ए आले इमरान
मनुष्य की वास्तविकता और रचना में असली चीज़ उसका अभौतिक पहलू है
हौज़ा | हज़रत आदम और हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम की रचना में समानता। हज़रत आदम और हज़रत ईसा (अ) की रचना असाधारण थी। हज़रत ईसा (अ) हज़रत आदम (अ) की तरह, अल्लाह तआला की रचना थे, न कि उनके पुत्र।
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इत्रे क़ुरआन ! सूर ए आले इमरान
हज़रत मरियम (स) पूरी दुनिया की महिलाओं के लिए आदर्श हैं
हौज़ा / हज़रत मरियम (स) अल्लाह की दृष्टि में उनका स्थान ऊंचा है। हज़रत मरियम मक़ामे इस्मत रखती है। हज़रत मरियम की ईमानदारी, पवित्रता और उत्कृष्टता ने उन्हें दुनिया की महिलाओं से श्रेष्ठ बना दिया।
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इत्रे क़ुरआन ! सूर ए आले इमरान
सुबह और शाम अल्लाह तआला की तस्बीह करना और उसे कसरत से याद करना अल्लाह तआला को मतलूब है
हौज़ा / हज़रत ज़करिया (अ) ने दुआ करते समय अल्लाह की प्रभुता पर ध्यान केंद्रित किया। हज़रत ज़करिया (अ) की अल्लाह के साथ बातचीत। पिछले धर्मों में मौन व्रत था। तथ्यों की पुष्टि के लिए चमत्कारों का प्रभावशाली होना।
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इत्रे क़ुरआन ! सूर ए आले इमरान
पैगम्बर एक ही लक्ष्य तक पहुँचने के लिए एक दूसरे की मदद करते रहे हैं
हौज़ा |पैगंबरों की तुलना में इंसानों की भूमिका के बारे में अल्लाह की पूरी और व्यापक जागरूकता। इंसानों के व्यक्तित्व में विरासत की भूमिका।