हौज़ा/ऐतिहासिक तौर पर जनाब आदम से लेकर पैग़म्बर तक और इमाम अली (अ) से लेकर इमाम हसन असकरी (अ) तक सबसे अलग हैं, जिनमें से हर एक ने एक वक्त पर इंसाफ़ और हक़ का पैगाम दिया, लेकिन ईमाम ज़माना (अ)…
हौज़ा / ज़ियारत अरबईन की मेजबानी करने वाले तीर्थयात्री से यह नहीं पूछते कि वह किस देश से है? वे यह भी नहीं पूछते कि आपका धर्म क्या है? अभी आये हो कर्बला में, हो हुसैनी। इमाम हुसैन (अ) के नाम…