हौज़ा / मौलाना सैयद आफ़ाक़ आलम ने ख़तीब ए आज़म की बरसी के मौके पर कहा कि तबीब-ए-उम्मत, मुर्ब्बी-ए-मिल्लत ख़तीब-ए-आज़म सैयद ग़ुलाम अस्करी ताबस्सरा, वह जांबाज़ इंसान थे जो इल्म और अमल के मैदान…