हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " मुन्तखाबुल असर " पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول الله صلی الله علیه و أله
مَن اَنکَرَ القائِمَ مِن وُلدی أَثناءَ غَیبَتِهِ ماتَ میتَةً جاهِلیَّةً
रसूल अल्लाह (स.ल.व.व)ने फरमाया:
जो मेरे बेटे क़ायम (मेहंदी) का इसकी गै़बत के ज़माने में इंकार करेगा वह( इस्लाम से पहले वाली)
जाहेलीेएत की मौत मरेगा।
मुन्तखाबुल असर,पेंज, 229