दिन कि हदीस
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दिन की हदीस:
शब्बेदारी और भूख के फल
हौज़ा/हज़रत इमाम हादी अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में बेदार रहने और भूखे रहने के फल की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीस:
हज और उमराह की फज़ीलत
हौज़ा / हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में हज और उमराह की फज़ीलत बयान फरमाई हैं।
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दिन की हदीस:
दीनी भाई से इनकेसारी से पेश आने का फल
हौज़ा / हज़रत इमाम हादी अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में दीनी भाई से इनकेसारी से पेश आने के फल की ओर इशारा किया हैं।
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दिन की हदीस:
नमाज़ के बारे में काबिले गौर रिवायत
हौज़ा / हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में नमाज़ के बारे में बहुत अहम बात बयान फरमाई हैं।
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दिन की हदीस:
बहुत ज़्यादा पछतावा और नसीहत करने का नतीजा
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अ.स.ने एक रिवायत में बहुत ज़्यादा पछतावा और नसीहत करने के सबब को बयान फरमाया हैं।
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दिन की हदीस:
यह लोग शिया नहीं है!
हौज़ा/हज़रत इमाम मोहम्मद बाकिर अ.स. ने एक रिवायत में शिया की तीन सिफात को बयान फरमाया हैं।
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दिन की हदीस:
मां-बाप की नाफरमानी का नतीजा
हौज़ा/हज़रत इमाम हादी अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में मां-बाप की नाफरमानी के नतीजे की ओर इशारा किया हैं।
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दिन की हदीस:
ऐसा अमल जो इंसान को अल्लाह तआला का महबूब बना देता हैं
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में ऐसे अमल की ओर इशारा किया है जो कि इंसान को अल्लाह तआला का महबूब बना देता हैं।
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दिन की हदीस:
किसी बात या खबर को सुनकर कैसे प्रतिक्रिया दें?
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में किसी बात या खबर के सुनने पर क्या प्रतिक्रिया दे, को बयान फरमाया है।
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दिन की हदीस:
आखिरत की तैयारी के लिए इमामे हसन अ.स.की सलाह
हौज़ा / हज़रत इमाम हसन अ.स. ने एक रिवायत में आखिरत की तैयारी करने की नसीहत की हैं।
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इत्रे क़ुरआनः सूर ए आले इमारन !
विश्वास पर बने रहने से चेहरे पर सदैव उजियाला रहता है और ईश्वरीय दया में सदैव डूबे रहते हैं
हौज़ा | पुनरुत्थान के दिन, गोरे लोग अनंत दया में डूब जाएंगे। अल्लाह की रस्सी को मजबूती से पकड़ना, जो अच्छा है उसका आदेश देना और जो गलत है उसे रोकना अल्लाह की शाश्वत दया में डूबे रहने का कारण है।
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दिन की हदीस:
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम की एक नसीहत
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अ.स.ने एक रिवायत में एक अहम नसीहत फरमाई है।
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दिन की हदीस:
बीमारी से बचने का उपाय
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अ.स.ने एक रिवायत में बीमारी से बचने का तरीक़ा बताया है।
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अल्लाह तआला से करीबी कैसे हासिल करें?
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अ.स.ने एक रिवायत में अल्लाह तआला के नजदीक होने के रास्ते को बयांन किया हैं।
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अल्लाह तआला इमाम मेहदी अ.स. के माध्यम से दीन को कामिल करेगा
हौज़ा / हज़रत इमाम ज़माना अ.स. के बारे मे रिवायत है बयानउल कंजी शाफ़ेई में अली बिन जोशब से रिवायत की है अली बिन जोशब बयान करता है अली इब्ने अबी तालिब फ़रमाते है कि मैने रसूलल्लाह स. से सवाल किया कि क्या आले मुहम्मद के महदी हम में से हैं या हमारे अलावा है? हज़रत ने फ़रमाया: ऐसा नही है, बल्कि ख़ुदावन्दे आलम हम अहले बैत के सबब दीन इस्लाम को इख़्तेताम तक पहुँचायेगा जिस तरह उसने हमारे ही नबी स.ल. के ज़रिये उसको कामयाब बनाया है और हमारे ही ज़रिये लोग फ़ितने से महफ़ूज़ रहेगें।
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दिन की हदीस:
हज़रत इमाम मूसा काजिम अ.स. की नज़र में नुकसान उठाने वाला आदमी
हौज़ा/हज़रत इमाम मूसा काज़िम अ.स.ने एक रिवायत में नुकसान उठाने वाले आदमी की पहचान काराई हैं।
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इस तरह एतेकाफ में हमारे गुनाह मिट जायेंगे
हौज़ा / पैगंबर (स) ने एक हदीस में एतेकाफ में पापों को माफ करने का तरीका बताया है।
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दिन की हदीसः
ज़ालिम और मज़लूम के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी
हौज़ा / अमीरुल मोमिनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में ज़ालिम और मज़लूम के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी बयान की है।
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माहे रजब में एक रोज़ा रखने का सवाब
हौज़ा/हज़रत इमाम मूसा काज़िम अ.स.ने एक रिवायत में माहे रजब में एक रोज़ा रखने के सवाब की ओर इशारा किया हैं।
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दिन की हदीसः
रजब का महीना खुदा से वेसाल का महीना है
हौज़ा / अल्लाह तआला ने हदीस कुदसी में रजब के महीने के संबंध में महत्वपूर्ण बिंदु की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
रजब का महीना और ईश्वरीय दया का अवतरण
हौज़ा/ पैगंबर (स) ने एक रिवायत में रजब के महीने की महानता की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
क्षमा करने का फल
हौज़ा / पैगंबर (स) ने एक हदीस में क्षमा और माफ़ करने के फल की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
दो प्रकार की क्रूरता जो निषिद्ध है
हौज़ा / अल्लाह के रसूल ने दो प्रकार की क्रूरता की ओर इशारा किया है जो हदीस में निषिद्ध हैं।
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हदीस की रौशनी में:
कठिन हालात का सामना होने पर इंसान को अपनी कमज़ोरियों का पता चलता हैं।
हौज़ा/हम सबके यहाँ कमज़ोरियां पायी जाती हैं, हम कमज़ोर हैं और कितनी ऐसी कमज़ोरियां हैं कि कठिन हालात का सामना होने पर इंसान की वह कमज़ोरियां स्वाभाविक तौर पर ज़ाहिर होती हैं। हम अपनी कमज़ोरियों को पहचानें, इंसान घमंड और ग़फ़लत से निकल जाए,
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दिन की हदीसः
हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स) की नज़र में सबसे बेहतरीन इंसान
हौज़ा / हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स) ने एक रिवायत में सर्वश्रेष्ठ इंसान का परिचय दिया है।
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दिन की हदीस:
हज़रत उम्मूल बनीन स.ल. का हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम पर गिरिया
हौज़ा/हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में हज़रत उम्मूल बनीन स.ल. का हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम पर गिरिया की कैफियत को बयांन किया हैं।
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हदीस का संक्षिप्त विवरणः
सबसे बड़ी मुसीबत
हौज़ा | मुसीबत सिर्फ यह नहीं है कि हमसे कुछ छीन लिया गया है या हम किसी विपत्ति में फंस गए हैं। पाप को हल्के में लेने की आदत से पाप में आत्मसंतुष्टि आ जाती है, जो एक बहुत बड़ी मुसीबत है।
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दिन की हदीसः
मोमिन की दुआ का परिणाम
हौज़ा / हज़रत इमाम ज़ैन अल-आबेदीन (अ) ने एक रिवायत में मोमिन की दुआ के परिणाम का संकेत दिया है।
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महिलाओं को हज़रत ज़हरा (स) को अपना आदर्श मानना चाहिए
हौज़ा / सुश्री लश्करी ने विलायत के मुद्दे पर जोर दिया और कहा कि सभी महिलाओं को अपने जीवन के हर पल में, इबादत और हया दोनों में, हज़रत ज़हरा के उदाहरण का पालन करना चाहिए।