दिन कि हदीस (718)
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दिन की हदीसः
धार्मिकजन्नत और जहन्नम का रास्ता
हौज़ा / अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली (अलैहिस्सलाम) ने एक हदीस में सच और झूठ के दो रास्तों की असलियत बयान की है। दो रास्ते जिनमें से हर इंसान को एक चुनना है।
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धार्मिकफ़ातिमा, पैग़म्बर (स) के वजूद का एक हिस्सा
हौज़ा / पवित्र पैग़म्बर (सल्लल्लाहो अलैहे वा आलेहि वसल्लम) ने एक रिवायत में हज़रत फातिमा ज़हरा (सला मुल्ला अलैहा) की अहम जगह के बारे में बताया है जो उनके और पवित्र पैग़म्बर (सल्लल्लाहो अलैहे…
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धार्मिकपरिवार पर बद अख़लाक़ी का असर
हौज़ा/अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अलैहिस्सलाम) ने एक रिवायत में परिवार पर बद अख़लाक़ी के बुरे असरात की ओर ध्यान आकर्षित किया है।
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धार्मिकसर्वोत्तम अख़लाक़ और अदब
हौज़ा / इमाम हसन अस्करी (अलैहिस्सलाम) ने एक रिवायत में सर्वोत्तम अख़लाक़ और अदब प्राप्त करने का तरीका बताया है।
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धार्मिकबुरे आचरण का आजीविका पर प्रभाव
हौज़ा/अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अलैहिस सलाम) ने इस हदीस में बुरे आचरण का व्यक्ति की आजीविका पर पड़ने वाले प्रभाव को बताया है।
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दिन की हदीस:
धार्मिककुरआन करीम; फ़ितनों में बेहतरीन पनाह गाह
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व.ने फितनों से बचने का बेहतरीन तरीका बताया है
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दिन की हदीसः
धार्मिकक़ुरआन से परिचित होने के आध्यात्मिक प्रभाव
हौज़ा/अमीरुल मोमेनीन (अलैहिस सलाम) ने इस रिवायत में क़ुरआन से परिचित होने के आध्यात्मिक प्रभावों पर प्रकाश डाला है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकक़ुरआन की तिलावत का अज़ीम अज्र और सवाब
हौज़ा / पैग़म्बर (सल्लल्लाहो अलैहे व आलेहि व सल्लम) ने इस रिवायत में क़ुरआन की तिलावत के अज़ीम अज्र और सवाब का वर्णन किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकपिता पर बच्चे के तीन अधिकार
हौज़ा / इस रिवायत में, इमाम अली अलैहिस सलाम ने बच्चे के पिता पर अधिकारों का वर्णन किया है।
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धार्मिकतक़वा के साथ अमल का महत्व
हौज़ा/ इस रिवायत में, इमाम सज्जाद (अ) ने तक़वा के साथ अमल करने के महत्व को समझाया है।
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दुनियानजफ अशरफ में अज़ा ए फातिमा का भव्य जुलूस, आयतुल्लाहिल उज़्मा हाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी ने भाग लिया
हौज़ा / नजफ़ अशरफ़ में हज़रत फातिमा ज़हरा (स) की मज़लूमियत की याद में “अज़ाए फात्मिया” का बहुत बड़ा जुलूस निकाला गया, जिसमें मरजा-ए-आली क़दर आयतुल्लाहुल उज़मा हाजी हाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी ने…
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दिन की हदीसः
धार्मिकपाखंड और दिखावा अस्वीकार्य अमल हैं
हौज़ा/ यह हदीस दिखावटी कार्य करने से आगाह करती है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकपाखंड; बाहर से सुंदर लेकिन असल में बहुत बुरा है
हौज़ा / यह परंपरा बताती है कि किसी व्यक्ति का बाहर से सुंदर लेकिन अंदर से बीमार होना कितना बुरा है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकबातिन की ज़ाहिर पर बरतरि और फ़ौक़ीयत
हौज़ा/ इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने एक रिवायत में क़यामत के दिन बातिन के ज़ाहिर से बेहतर फल देने की ओर इशारा किया है।
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धार्मिकनेमतों के लिए शुक्रगुज़ार होने का महत्व
हौज़ा / इस रिवायत में, इमाम जवाद (अ) ने नेमतों के लिए शुक्रगुज़ार होने के महत्व को समझाया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकनेमत पर शुक्र, सर्वोत्तम और स्थायी नेमत
हौज़ा / इमाम हादी (अ) ने एक हदीस में नेमत पर शुक्र के महत्व पर प्रकाश डाला है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकदिल से शुक्रिया अदा करने का इनाम
हौज़ा/ इस रिवायत में, अमीरुल मोमिनीन इमाम अली (अ) ने अल्लाह की नेमतों के लिए दिल से शुक्रिया अदा करने के इनाम की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकबीमारों की मदद करने का अज्र और सवाब
हौज़ा/ पैग़म्बर (स) ने इस हदीस में बीमारों की सेवा करने और उनकी ज़रूरतें पूरी करने के अज़ीम सवाब का वर्णन किया है।
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धार्मिकनेमतो मे बढ़ोतरी का राज़
हौज़ा / इस रिवायत में इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने बंदों की शुक्रगुज़ारी और अल्लाह की नेमतों के लगातार बने रहने के दरमियान के रिश्ते की तरफ़ इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकआयु बढ़ाने का तरीका
हौज़ा / पैगंबर मुहम्मद (स) ने एक रिवायत में आयु बढ़ाने का एक तरीका बताया है।
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धार्मिकअफ़्व और दरगुज़र; बेहतरीन ख़स्लत
हौज़ा/अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में कहा है कि अफ़्व और दरगुज़र इनसान की बेहतरीन ख़स्लतो में से हैं।
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दिन की हदीसः
धार्मिकअफ़्व और दर गुजर करने का समरा
हौज़ा/ अल्लाह के रसूल (स) ने एक रिवायत में दर गुज़र करने के समरे का वर्णन किया है।
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भारतहसद, ज़ुल्म और कुफ्र का कारण बनता है: मौलाना सय्यद नक़ी महदी ज़ैदी
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सय्यद नक़ी महदी ज़ैदी ने तारागढ़, अजमेर (भारत) में जुमे की नमाज़ के ख़ुत्बों में क़ुरआन और हदीस की रोशनी में “हसद” यानी जलन की किस्मों को बयान करते हुए कहा कि हसद…
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दिन की हदीसः
धार्मिकगुनाहाने कबीरा का कफ़्फ़ारा
हौज़ा / अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में गुनाहाने कबीरा के निशान मिटाने का तरीका बताया है।
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दिन की हदीस:
धार्मिकतनहाई में गुनाहों से परहेज़
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में तनहाई में गुनाहों से परहेज़ करने की नसीहत की है।
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धार्मिकपरिवार के साथ बैठने का महत्व
हौज़ा / पैग़म्बर (स) ने एक हदीस में अपने परिवार के साथ बैठने के महत्व का ज़िक्र किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकयात्रा से लौटते समय परिवार के सदस्यों के लिए उपहार लाने पर ज़ोर
हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने एक हदीस में यात्रा से लौटने पर परिवार के सदस्यों के लिए उपहार और स्मृति चिन्ह लाने पर ज़ोर दिया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकपत्नी को हमेशा याद रहने वाला वाक्य
हौज़ा/ पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने एक हदीस में पति द्वारा अपनी पत्नी से कहे गए प्रेमपूर्ण शब्दों के प्रभाव का उल्लेख किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकअल्लाह की नज़र में सबसे सम्मानित व्यक्ति
हौज़ा / इमाम मुहम्मद बाकिर (अ) ने एक रिवायत में अल्लाह की नज़र में सबसे सम्मानित व्यक्ति की ओर इशारा किया है।
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भारतइमाम ए ज़माना अ.ज. की मारफ़त नहीं तो कोई क़द्र व क़ीमत नहीं।मौलाना सैयद अली हाशिम आब्दी
हौज़ा / अमीर ए क़लाम, अमीर-ए-बयान, मौला-ए-मुत्तक़ियान अमीरुल मोमिनीन इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फ़रमाया,हर इंसान की क़द्र व क़ीमत उसकी मारेफत के हिसाब से है।