दिन कि हदीस (673)
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दिन की हदीस:
धार्मिकदुआओं की क़बूलियत की शर्तें
हौज़ा / हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में दुआओं की क़बूलियत की शर्तें को बयान फरमाया हैं।
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धार्मिकएक ऐसी सिफ़त जो पापों को पिघला देती है
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने एक रिवायत में बताया है कि पापों से मुक्ति के लिए अच्छे आचरण और चरित्र का होना ज़रूरी है।
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इस्लामी कैलेंडरः
धार्मिकअच्छे आचरण और जीवन मे बरकत
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने एक रिवायत में कहा है कि अच्छे कर्म और अच्छे आचरण समृद्ध जीवन और लंबी आयु का कारण हैं।
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दिन की हदीसः
धार्मिकमोमिन की सबसे उत्तम निशानी
हौज़ा/ पैग़म्बर (स) ने एक रिवायत में फ़रमाया है कि "अच्छा चरित्र" ईमान की पूर्णता का मानदंड है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकक़यामत के दिन सबसे भारी अमल
हौज़ा/ पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने एक रिवायत में अच्छे चरित्र के महत्व पर प्रकाश डाला है।
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इस्लामी कैलेंडरः
धार्मिकइमाम महदी (अ) हमें नहीं भूलते
हौज़ा/ इमाम महदी (अ) ने अपने एक ख़ुतबे में शियो के प्रति अपने विशेष ध्यान का संकेत दिया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकअम्र बिल मारूफ़ और नही अनिल मुनकर की खुदा की नज़र मे अज़मत
हौज़ा / इमाम तक़ी अल-जवाद (अ) ने एक रिवायत में अम्र बिल मारूफ़ और नही अनिल मुनकर की खुदा की नज़र मे अज़मत को बयान किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकसमुद्र की तुलना में एक बूँद
हौज़ा / अमीरुल मोमिनीन इमाम अली (अ) ने एक संक्षिप्त लेकिन व्यापक फ़रमान में अम्र बिल मारूफ़ और नही अनिल मुंकर के महत्व पर प्रकाश डाला है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकनसीहत करने का सही तरीक़ा
हौज़ा / इमाम हसन अस्करी (अ) ने एक रिवायत में दूसरों को नसीहत करने का सही तरीक़ा बताया है।
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धार्मिकक्या नमाज़ पढ़ने वाला व्यक्ति भी जन्नत मे जाएगा?
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया के प्रचार एवं संस्कृति विभाग के अनुसार, नमाज़ छोड़ना किसी ऐसे व्यक्ति के समान है जो किसी खतरनाक बीमारी से ग्रस्त हो गया है जिसका इलाज ज़रूरी है। चूँकि अल्लाह रहीम हैं,…
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धार्मिकअम्र बिल मारूफ़ और नही अनिल मुनकर करने वालों का अज़ीम मक़ाम
हौज़ा/ नबी (स) ने एक रिवायत में अम्र बिल मारूफ़ और नही अनिल मुनकर करने वालों के अज़ीम मक़ाम का ज़िक्र किया है।
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दिन की हदीस:
धार्मिकअल्लाह तआला की निगाह से महरूम तीन लोग
हौज़ा / इमाम जाफर सादिक़ अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में तीन ऐसे लोगों का परिचय कराया है जो क़यामत के दिन अल्लाह की रहमत से महरूम होंगे।
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दिन की हदीसः
धार्मिकइमाम रज़ा (अ) के ज़ियारत का सवाब
हौज़ा/ इमाम रज़ा (अ) ने एक रिवायत में अपनी शहादत और ज़ियारत के सवाब का ज़िक्र किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकपूरी उम्मत के लिए सिफ़ारिश
हौज़ा/ पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने एक रिवायत में अपनी उम्मत के लिए एक ख़ास दुआ का ज़िक्र किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकइख़लास का मानक!
हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में इख़लास के अपार महत्व और महत्ता पर प्रकाश डाला है।
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धार्मिकअमल की कुबूलियत मे इखलास का असर
हौज़ा/ अल्लाह के रसूल (स) ने एक रिवायत में इख़लास के महत्व पर ज़ोर दिया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकइमाम हुसैन (अ) के मसाइब पर आँसू बहाने का सवाब और मक़ाम
हौज़ा / इमाम ज़माना(अ) ने एक रिवायत में इमाम हुसैन (अ) के मसाइब पर आँसू बहाने के साथ जल्द जु़हूर होने की दुआ के महत्व पर ज़ोर दिया है।
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धार्मिकइमाम हुसैन (अ) की क़ब्र पर पैदल जाने के अगणनीय सवाब और पुण्य
हौज़ा/इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में इमाम हुसैन (अ) की क़ब्र पर पैदल जाने के अज़ीम सवाब और पुण्य का वर्णन किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकइमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत, अफ़ज़ल तरीन अमल है
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत की फ़ज़ीलत बयान की है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकसाल में कम से कम एक बार इमाम हुसैन (अ) की क़ब्र की ज़ियारत पर ताकीद
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में साल में कम से कम एक बार इमाम हुसैन (अ) की क़ब्र की ज़ियारत करने पर ज़ोर दिया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकपैग़म्बर (स) के दृष्टिकोण से पिता का अपने बच्चे पर हक़
हौज़ा / पैग़म्बर ए इस्लाम (स) ने बच्चे पर पिता के अधिकारो के संबंध मे पूछे गए प्रश्न के उत्तर मे स्पष्ट एवं महत्वपूर्ण निर्देशो की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकग़लती करने वाले को माफ़ी मांगने का समय दो
हौज़ा / इमाम हसन मुज्तबा (अ) ने अपने ज्ञानपूर्ण शब्दों में ग़लती करने वाले को माफ़ करने और उसे माफ़ी मांगने का समय देने पर ज़ोर दिया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकऐसे व्यक्ति की नमाज़ भी क़बूल नहीं होती
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में माता-पिता को नफ़रत की नज़र से देखने से आगाह किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकमाता-पिता को प्यार से देखना इबादत है
हौज़ा / पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने एक हदीस में माता-पिता को प्यार से देखना इबादत माना है।
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धार्मिकमृत्यु के बाद माता-पिता के प्रति नेकी का असर
हौज़ा/ इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने एक रिवायत में चेतावनी दी है कि माता-पिता के प्रति नेकी केवल उनके जीवनकाल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उनकी मृत्यु के बाद भी संभव है।
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धार्मिकवो ज़िम्मेदारिया जिन्हें किसी भी तरह से छोड़ा नहीं जा सकता
हौज़ा/ इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने एक रिवायत में तीन ऐसी ज़िम्मेदारीयो का ज़िक्र किया है जिन्हें किसी भी तरह से छोड़ा नहीं जा सकता, भले ही वे ज़िम्मेदारी किसी दुष्ट व्यक्ति से संबंधित हों।
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धार्मिकमाता-पिता के साथ नेकी और सिले रहमी का प्रतिफल
हौज़ा/ पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने एक रिवायत में माता-पिता के साथ नेकी और सिले रहमी के प्रतिफल का वर्णन किया है।
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धार्मिकग़ैबत के ज़माने में ईमान की मज़बूती
हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक हदीस में ग़ैबत के जमाने मे दीन और ईमान को बचाए रखने की कठिनाई की ओर इशारा किया है।
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धार्मिकबच्चों के प्रति नेकी की हक़ीक़त
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने एक रिवायत में कहा है कि एक व्यक्ति की अपने बच्चों के प्रति अच्छा व्यवहार करने को हक़ीक़त में उसके माता-पिता के साथ नेकी क़रार दिया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकबच्चों की परवरिश में अल्लाह से मदद माँगना
हौज़ा / इमाम सज्जाद (अ) ने अपनी दुआ के एक हिस्से में बच्चों की परवरिश में अल्लाह से मदद माँगने की सलाह दी है।