दिन कि हदीस (599)
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दिन की हदीसः
धार्मिकअनंत सुख की शर्त
हौज़ा / हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स) ने एक रिवायत में अमीरुल मोमेनीन अली (अ) से प्रेम करने की नेमत की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकबच्चों का सम्मान इलाही मग़फ़ेरत का कारण है
हौज़ा/ पैगंबर (स) ने एक रिवायत में इलाही मग़फ़ेरत प्राप्त करने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका बताया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकनैतिकता जितनी व्यापक होगी, जीविका उतनी ही अधिक होगी
हौज़ा/अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली (अ) एक रिवायत में जीविका के ख़ज़ानों की ओर इशारा किया हैं।
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दिन की हदीसः
धार्मिकविद्वानों के साथ बैठने के शिष्टाचार
हौज़ा/ इमाम बाक़िर (अ) ने एक रिवायत में विद्वानो के साथ बैठने के शिष्टाचार का उल्लेख किया है।
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दिन की हदीस:
धार्मिकउलेमा का सम्मान करने का फल
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में उलेमा का सम्मान करने के फल की ओर ईशारा किया हैं।
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दिन की हदीसः
धार्मिकदोस्ती का राज़
हौज़ा/ इमाम हुसैन (अ) ने दोस्ती का वह राज़ बताया है जो एक रिवायत में कायम है।
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दिन की हदीस:
धार्मिककड़ी मेहनत करने वाले कौन हैं?
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में कड़ी मेहनत करने वाले की पहचान कराई हैं।
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दिन की हदीसः
धार्मिकहलाल जीविका का महत्व
हौज़ा/ पैग़म्बर (स) ने एक परंपरा में इबादत के सबसे महत्वपूर्ण तत्वों का वर्णन किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकअहले बैत (अ) के साथ अल्लाह से प्रेम और आज्ञाकारिता
हौज़ा/ इमाम रज़ा (अ) ने एक रिवायत में अहले बैत (अ) के प्रति प्रेम के साथ-साथ अल्लाह की आज्ञाकारिता के महत्व को बताया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकऐसा व्यक्ति मुसलमान नहीं है
हौज़ा / पैग़म्बर (स) ने एक रिवायत मे मज़लूम की हिमायत की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकजुमे की नमाज़ का महत्व
हौज़ा / पैग़म्बर (स) ने एक रिवायत में जुमे की नमाज़ के महत्व का ज़िक्र किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकदूसरों के पापों में भागीदार होना!
हौज़ा / इमाम जवाद (अ) ने एक रिवायत में दूसरों के गुनाहों को अच्छाई मानने की बुराई की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकअमीरुल मोमिनीन (अ) की नज़र में सबसे अच्छे लोग
हौज़ा/अमीर अल-मोमिनिन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में सर्वश्रेष्ठ लोगों को पेश किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकनसीहत कैसे करें?
हौज़ा / इमाम हसन असकरी (अ) ने एक रिवायत में दूसरों को नसीहत करने का तरीक़ा बयान फ़रमाया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकअल्लाह के अलावा किसी और चीज़ पर ध्यान केंद्रित करने का नतीजा
हौज़ा / इमाम जवाद (अ) ने एक रिवायत में अल्लाह के अलावा किसी अन्य चीज़ पर अपना ध्यान केंद्रित करने के परिणामों की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकहज़रत अब्दुल अज़ीम हस्नी (अ) का मक़ाम और मंज़िलत
हौज़ा / हज़रत इमाम नक़ी (अ) ने एक रिवायत में हज़रत अब्दुल अज़ीम अल-हस्नी (अ) के मक़ाम और मंज़िलत की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकतक़वे का महत्व
हौज़ा / इमाम सज्जाद (अ) ने एक रिवायत में तक़वे के महत्व की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकइल्म के क्षेत्र में ईरानियों की प्रमुख मान्यता
हौज़ा / पवित्र पैग़म्बर (स) ने एक रिवायत में ज्ञान प्राप्त करने में ईरानियों की उच्च स्थिति की ओर इशारा किया है।
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धार्मिकख़ुदा की तक़सीम पर रज़ायत का फल
हौज़ा / इमाम सज्जाद (अ) ने एक रिवायत में लोगों में सबसे ज़्यादा ज़रूरतमंद व्यक्ति का परिचय कराया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकइस्लाम में वरज़िश और तफ़रीह पर ताकीद
हौज़ा / इस्लाम के पवित्र पैग़म्बर (स) ने एक रिवायत में सकारात्मक मनोरंजन और गतिविधियों में संलग्न होने के महत्व पर जोर दिया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकक़यामत के दिन के लिए सरमाया
हौज़ा / इमाम रज़ा (अ) ने एक रिवायत में दूसरों की मदद करने के उखरवी सवाब की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकसबसे अप्रिय सत्य
हौज़ा / अमीरुल मोमिनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में सबसे अवांछनीय सत्य की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीस:
धार्मिकतकब्बुर करने वालों को नसीहत
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में घमंड और गर्व करने वालों को इस काम से बाज़ रहने की नसीहत की है।
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दिन की हदीस:
धार्मिकसबसे बड़ी नेकी
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में सबसे बड़ी नेकी,और अमल की ओर इशारा किया हैं।
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दिन की हदीस:
धार्मिकअल्लाह का सबसे ज़्यादा शुक्रगुज़ार कौन?
हौज़ा / हज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में अल्लाह का सबसे ज़्यादा शुक्रगुज़ार शख्स की पहचान कराई हैं।
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धार्मिकक़यामत के दिन हिसाब-किताब को आसान बना देने वाला काम
हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में एक ऐसे कार्य का वर्णन किया है जो क़यामत के दिन हिसाब-किताब को आसान बना देगा।
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दिन की हदीसः
धार्मिकबेहतरीन एवं स्वच्छ कार्य
हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में मनुष्यों के सर्वोत्तम और शुद्धतम कर्मों की ओर इशारा किया है।
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धार्मिकरमज़ान उल मुबारक के महीने में रोज़ा इफ़्तार कराने का सवाब
हौज़ा / हज़रत इमाम रज़ा (अ) अमीरुल मोमिनीन (अ) से रिवायत करते हैं कि अल्लाह के रसूल (स) ने ख़ुतबे में कहा: ऐ लोगो! तुममें से जो कोई इस महीने में किसी रोज़ेदार को खाना खिलाएगा, अल्लाह उसे एक गुलाम…
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दिन की हदीसः
धार्मिकशाबान महीने के अंतिम क्षणों का भरपूर लाभ उठाएँ
हौज़ा/ इमाम रज़ा (अ) ने एक रिवायत में फ़रमाया कि शाबान के मुबारक महीने के आखिरी पलों को एक नेमत के तौर पर समझना चाहिए।