۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
फैशन शो के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

हौज़ा / जामिया ख़दीजतुल कुबरा के संरक्षक मौलाना नजीर अहमद ने कहा कि पश्चिम में महिलाओं का महिला स्वतंत्रा के नाम पर महिलाओं का शोषण किया जा रहा है। ख़ातूने जन्नत हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.अ.) महिलाओं के लिए एक आदर्श हैं। यदि महिलाएँ आपकी जीवनी का अनुसरण करती हैं, तो उनकी सभी व्यक्तिगत और सामूहिक समस्याएं बिना किसी के बैनर के हल हो जाएंगी।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, जामिया ख़दीजतुल कुबरा की छात्रओ ने गैंड हुसैन बट के हालिया फैशन शो के खिलाफ अपना दुख और गुस्सा व्यक्त करते हुए इसे एक स्वच्छ और शुद्ध कश्मीरी समाज के लिए एक नासूर करार दिया। इस अवसर पर जामिया ख़दीजतुल कुबरा के संरक्षक मौलाना नजीर अहमद  ने कहा कि पश्चिमी महिलाएं पश्चिम की व्यर्थ, अश्लील और बेशर्म संस्कृति को यहां की इस्लामी सभ्यता पर थोपना चाहती हैं जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि समाज में बुराइयों के तेजी से प्रसार का मुख्य कारण पश्चिमी संस्कृति है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संतों की भूमि में इस तरह की पुरानी और अश्लील संस्कृति को फैलाने के लिए काफी प्रयास किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कश्मीर को फैशन शो के नाम पर अश्लीलता, नग्नता और अश्लीलता के बाजार में बदल दिया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी नीतियों को लागू करने के लिए कश्मीरी महिलाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि महिलाओं की स्वतंत्रा के नाम पर पश्चिम में महिलाओं का शोषण किया जा रहा है। यदि कश्मीर में फैशन शो और मॉडलिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, तो वही शोषण यहां की महिलाओं के साथ होगा। उन्होने कहा  ख़ातूने जन्नत हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.अ.) महिलाओं के लिए एक आदर्श हैं। यदि महिलाएँ आपकी जीवनी का अनुसरण करती हैं, तो उनकी सभी व्यक्तिगत और सामूहिक समस्याएं बिना किसी के बैनर के हल हो जाएंगी।

उन्होंने प्रशासन से किसी भी परिस्थिति में कश्मीर में फैशन शो या मॉडलिंग कार्यक्रमों की अनुमति नहीं देने की अपील की ताकि समाज आगे प्रदूषित न हो।

कश्मीर, जामिया ख़दीजतुल कुबरा की छात्रओ का फैशन शो के खिलाफ विरोध प्रदर्शन / ख़ातूने जन्नत हज़रत फ़ातिमा ज़हरा विश्व की महिलाओ के लिए नमूना-ए अमल, मौलाना नज़ीर अहमद 

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