हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हाल के दिनों में पहली बार, भारतीय-प्रशासित जम्मू और कश्मीर में टैगोर हॉल और SKECC में फैशन शो आयोजित किए गया, जिसमें कई कश्मीरी महिलाओं ने भाग लेकर इस फैशन शो के आयोजन को सफल बनाया। रविवार को फैशन शो के विरोध में डल झील के किनारे प्रताप पार्क से SKECC तक बड़ी संख्या में बुर्का पहने महिलाओं ने पैदल मार्च किया। महिलाओ ने अपने हाथो मे प्लैकार्डस उठा रखे थे जिन पर फैशन शो के विरोध और बुर्का के समर्थन मे नारे लिखे हुए थे। प्लैकार्ड्स पर आइम्मा अतहार (अ.स.) और इमाम खुमैनी के कथन के अलावा पश्चिमी सभ्यता के खिलाफ नारे लिखे थे।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, पैदल मार्च में प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि सोची समझी साजिश के माध्यम से फैशन शो के नाम पर कश्मीर को अश्लीलता, नग्नता और अश्लीलता के बाजार में बदला जा रहा है। ताकि इन हथकंडो के माध्यम से कश्मीरी ग़य्यूर महिलाओ को गुमराह किया जा सके ताकि वह धर्म से दूर होकर मात्र एक खिलौना बन जाएं।
उन्होंने कहा कि कश्मीरी महिलाएं बाग़ैरत और जीवित अंतरात्मा है। वे ऐसी साजिशों को किसी भी परिस्थिति में सफल नहीं होने देंगी। बुर्का या हिजाब हमारी पहचान और गौरव है। हमें इस पर गर्व भी है, इसलिए हम इस फैशन शो की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। हम जम्मू और कश्मीर के प्रशासन से मांग करते हैं कि वे मुख्य भूमि कश्मीर में फैशन शो की अनुमति देने से परहेज करें।
प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा कि फैशन शो हिजाब के खिलाफ एक संगठित साजिश थी और महिलाओं को इस साजिश को विफल करने के लिए जागना चाहिए।