हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई के पिता आयतुल्लाहिल सैय्यद जवाद ख़ामनेई के निधन की वर्षगांठ पर, हम सर्वोच्च नेता के भाषणों से उद्धृत कर रहे हैं, जो उन्होंने 4 जुलाई, 1996 को दिया था।
आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई अपने पिता के बारे में कहते हैं: आयतुल्लाहिल सैय्यद जवाद खामनेई पचास साल तक मशहद मुकद्दस में इमामे जमाअत रहे। वे एक सम्मानित शिया धर्म गुरु थे, जिनके अकीदत मनदो कि यह बड़ी तादाद है।
वह हकीकी माना में ज़ाहिद इंसान थे, दुनियादारी से कोई उनका ताल्लुक नहीं था, इनकी नज़र में इस बात की कोई अहमियत नहीं थी कि कहां और किन हालात में जिंदगी बसर हो रही है।
इमाम ख़ामनेई
4 जुलाई, 1996
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समाचार कोड: 370156
7 जुलाई 2021 - 08:02
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई अपने पिता के बारे में कहते हैं: आयतुल्लाहिल सैय्यद जवाद खामनेई पचास साल तक मशहद मुकद्दस में इमामे जमाअत रहे। वे एक सम्मानित शिया धर्म गुरु थे, जिनके अकीदत मनदो कि बड़ी तादाद थी।