हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "काफी" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیه السلام
إِذَا أَكَلَ أَحَدُكُمْ طَعَاماً فَلْيَجْعَلْ ثُلُثَ بَطْنِهِ لِلطَّعَامِ وَ ثُلُثَ بَطْنِهِ لِلشَّرَابِ وَ ثُلُثَ بَطْنِهِ لِلنَّفَسِ
हज़रतत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जब भी तुम में से कोई खाना खाए तो इसे पेट का एक तिहाई हिस्सा खाने के लिए, एक तिहाई पीने के लिए ,और एक तिहाई हवा लेने के लिए रखना चाहिए
क़ाफी, भाग 6,पेंज 269
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