हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाह मकारिम शिराज़ी ने कहां,मरहूम आयतुल्लाह साफ़ी गुलपायगानी के घर पर उनके परिवार और बेटे से मुलाकात के दौरान उन्हें एक बहुत ही मूल्यवान और गुणी व्यक्ति बताया और कहा: उनका अंतिम संस्कार बड़े ही धूमधाम से हुआ और उनकी गरिमा हर ज़माने में हर वक्त बाकी रहेगी।
उन्होंने मरहूम के घर को महान बताते हुए नेक घरों में से एक बताया और आशा व्यक्त की कि उनके घर का यह अच्छा नाम और उत्कृष्ट स्थान बना रहेगा।
हज़रत आयतुल्लाह मकारिम शिराज़ी ने अपने मामलों और लेखन का उल्लेख किया और अपनी पुस्तक "मुंतखबुल अश्र" को एक बेनज़ीर और महान कहां मेरी विनती है कि मरहूम की लिखी हुई किताब को दोबारा इसका एडिशन छपवा या जाए और उनकी लिखी हुई किताब को बाकी रखा जाए।
शिया मरजय ने आयतुल्लाह साफ़ी गुलपायगानी मरहूम के साथ परिचित का ज़िक्र करते हुए,उन्होंने उनके विद्यार्थियों की भी प्रशंसा की।
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