हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,कर्नाटक राज्य कोरोना वायरस के बाद सांप्रदायिक वायरस की चपेट में आ गया था , इस दौरान हिजाब का मुद्दा उठाया गया जो विशेष रूप से छात्राओ के लिए शिक्षा प्राप्त करने में एक चुनौती थी, लेकिन हाल ही में विश्वविद्यालय के परिणाम पाठ्यक्रम ने इस बात को साबित कर दिया कि हिजाब शिक्षा मे बाधा नहीं हैं।
कर्नाटक के तमकोर में एक शैक्षणिक संस्थान ग्लोबल शाहीन कॉलेज के कई हिजाब पहनने वाले छात्राओ ने यूनिवर्सिटी कोर्स में प्रमुख स्थान हासिल किया हैं,स्कूल की ओर से एक समारोह आयोजित किया गया जिसमें इन छात्राओं ने अपनी कहानी सुनाते हुए इनकी आंखों से आंसू टपक पड़े।
इस अवसर पर संस्था के प्रधान अफज़ल शरीफ ने कहा कि छात्राओ की कड़ी मेहनत का परिणाम है और माता पिता भी इस शिक्षा का हिस्सा है जो उनके सपनों को साकार करने में एक प्रमुख कारक बना रहेगा। बधाई सभा में उपस्थित छात्रों के माता-पिता अपने बच्चों की सफलता से बहुत खुश थे और आशा व्यक्त कर रहे थे कि उनकी बेटियां भविष्य में देश और राष्ट्र का शीश गर्व से ऊंचा करेंगी।