हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार शहीद कायद अल्लामा आरिफ हुसैन अल हुसैनी की 34वीं बरसी के मौके पर इस्लामाबाद/मजलिस वहदत मुस्लिमीन द्वारा कन्वेंशन सेंटर इस्लामाबाद में आयोजित महदी बरहक सम्मेलन को संबोधित करते हुए मजलिस वहदत मुस्लिमीन के अध्यक्ष अल्लामा राजा नासिर अब्बास जाफरी ने कहा है कि ईद मुबहला के दिन, पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) धर्म की सच्चाई को साबित करने के लिए अपने अहले-बैत (अ.स.) के साथ निकले। सही और गलत की लड़ाई का ऐसा उदाहरण इतिहास में नहीं मिलता। जब कोई व्यक्ति दाहिनी ओर होता है, तो उसके पास से विनाश का डर दूर हो जाता है।
उन्होंने कहा कि शहीद कायद ने पैगम्बरों का रास्ता अपनाया, वह सही मायनों में करबलाई और आशुराई थे। उन्होंने कहा कि हम फाताहे खबर के मानने वाले हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम यहूदियों और ईसाइयों को अपने ऊपर हावी न होने दें। कुरान हमें उनका रास्ता रोकने की आज्ञा देता है जो शुद्ध गोद में प्रशिक्षित होते हैं वे अपमान को स्वीकार नहीं करते हैं। इस समय पाकिस्तान को शहीद नेता के रास्ते की जरूरत है हम चौदह सौ साल से हुर्रियत के पथप्रदर्शक हैं। हमने गुलामी को कभी स्वीकार नहीं किया। कर्बला के अनुयायियों को सड़कों पर उतरकर गुलामी के खिलाफ शिक्षा देनी चाहिए। हम वैश्विक अभिमानी शक्तियों से भीख मांगने वालों को राष्ट्रीय सम्मान का अपराधी मानते हैं।हमने इमरान खान से स्पष्ट रूप से कहा कि पाकिस्तान के फैसले देश के भीतर होने चाहिए न कि वाशिंगटन में।
उन्होंने कहा कि अमेरिका और उसके साथी खुलकर सामने आए हैं।पाकिस्तानी लोग अमेरिका के खिलाफ खुलेआम अपनी नफरत का इजहार कर रहे हैं। अमेरिका और इजराइल पाकिस्तान में षड़यंत्र खेल खेल रहे हैं। हम पाकिस्तान के गर्व, जागरूक और कर्तव्यनिष्ठ सपूत हैं। हम घर पर नहीं बैठेंगे। वे शहीदों की राह पर हैं और खून की आखिरी बूंद तक डटे रहेंगे। सुनिए पाकिस्तान को लूटने वालों की, हम अकेले रह जाएं तो भी डटे रहेंगे हम गुलामी नहीं स्वीकार करते। शिया-सुन्नी एकता का मार्ग सम्मान का मार्ग है।
उन्होंने कहा कि हमारे लोग गायब हैं। लश्कर, तकफिरियों को बनाने वालों ने हमारे लोगों को गायब कर दिया है। हमारे लोग निर्दोष हैं। उन्हें उठाने वाले हमें दर्द में रखना चाहते हैं। पाकिस्तान सेना और उसके लोगों की जरूरत है। जिनकी आकांक्षाएं नहीं हैं पाकिस्तान और उसके राज्य संस्थानों को डूबने पर आमादा हैं, दुनिया में सत्ता की दिशा बदल रही है।
उन्होंने कहा कि हमें उन लोगों के साथ नहीं खड़ा होना चाहिए जो पाकिस्तान के विकास और स्थिरता से आहत हैं, लेकिन हमें उन देशों के रैंक में होना चाहिए जो हमें मजबूत देखना चाहते हैं। हमें क्रूर दुश्मन के खिलाफ लड़ना होगा।