हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस्लामी क्रांति के पूर्व वरिष्ठ नेता ने कहां,हज के बड़े उद्देश्यों में से एक उसके सियासी पहलू हैं जिस दिन से हज का आग़ाज़ हुआ है उसी दिन से इसके राजनैतिक पहलू की अहमियत उसके इबादती पहलू से कम नहीं हैं।
उसका सियासी पहलू अपनी सियासत के अलावा ख़ुद इबादत भी है वह हज जो अल्लाह चाहता है और वो हज जो इस्लाम ने हमसे चाहा है, ये है कि जब आप हज के लिए जाएं तो दुनिया भर के मुसलमानों को जगाएं एकजुट करें।
उन्हें समझाएं कि क्यों एक अरब से ज़्यादा मुसलमान, दसियों करोड़ की आबादी वाली दो बड़ी ताक़तों के दबाव में रहें।
इमाम ख़ुमैनी,16 अगस्त 1983
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