हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत इमाम ख़ुमैनी र.ह. ने अपने एक खिताब में इस अर्थ इस शब्द के अर्थ
"کُلُّ یَوْمٍ عَاشُورَا و کُلُّ اَرْضٍ کَرْبَلا"
के बारे में बयान फरमाया है कि जो मुहर्रम उल हराम के आने के मौके पर आप की खिदमत में पेश किया जा रहा है
"کُلُّ یَوْمٍ عَاشُورَا و کُلُّ اَرْضٍ کَرْبَلا"
इस महान शब्द का अर्थ गलत समझा जाता हैं,वह समझते हैं इसका मतलब यह है कि हर दिन हालांकि इसका अर्थ अलग है
कर्बला का किरदार यह था कि इमाम हुसैन अ.स.एक छोटे से काफिले के साथ कर्बला आए और यज़ीद और ज़ालिम हुकूमत के ज़ुल्मों सितम के खिलाफ डटकर मुकाबला किया और कुर्बानियां दी और मारे गए लेकिन उन्होंने ज़ुल्म को कुबूल नहीं किया हमारी कौम को भी यह समझ लेना चाहिए कि आज ही अशूरा है और हमें ज़ुल्म के खिलाफ खड़ा होना हैं।
हमारी कौम को भी हर दिन का अर्थ समझना चाहिए जैसे "आज आशूरा का दिन है और हमें जुल्म के खिलाफ खड़ा होना चाहिए