हौज़ा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अमीरुल मोमिनीन इमाम अली (अ) की शहादत के मौके पर मजलिस वहदत मुस्लेमीन महिला विभाग की वरिष्ठ नेता सैयदा जहरा नकवी ने कहा कि इमाम अली (अ) न्याय के मार्ग के शहीद है। आपने अधिकारों को प्रदान किया और इस्लामी सिद्धांतों पर आधारित समाज की स्थापना की। उनकी शहादत से इस्लाम को बहुत बड़ी क्षति हुई। जिस दिन न्याय की अभिव्यक्ति लोगों से दूर हो गई और अन्य लोगों ने इस दयालु नेता का स्थान ले लिया , उस दिन धर्म का शिराजा बिखरने लगा।
उन्होंने कहा कि इमाम अली (अ.स.) के आध्यात्मिक स्थानों, एकेश्वरवाद के उनके ज्ञान, ईश्वर (अ.स.) की उपस्थिति में उनकी पूजा और इन स्थानों की गहराई तक पहुंचना हमारी पहुंच और शक्ति से परे है। उन्होंने अपनी असमर्थता और व्यक्त की है और अमीरुल मोमिनीन, शांति उस पर हो, के व्यक्तित्व को पूरी तरह से समझने में असमर्थता। वर्तमान राजनीतिक स्थिति के बारे में उन्होंने कहा कि हितों की राजनीति ने देश की जड़ों को खोखला कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि हजरत अली (अ) का शासन पृथ्वी पर सबसे अच्छा था।
उन्होंने योग्य लोगों को उच्च पदों पर नियुक्त कर योग्यता को मजबूत किया और सभी को उनका अधिकार दिलाया। आपको रोल मॉडल बनाने की सख्त जरूरत है।