हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है गाजा में इजरायल ताबड़ोत बमबारी कर रहा है। इस बीच इजरायली सेना ने तीन इजरायली बंधकों की हत्या कर दी आईडीएफ का कहना है कि गलत पहचान के कारण उत्तरी गाजा के शेजैया इलाके में तीन इजराइली बंधकों की उसने हत्या कर दी इस हत्या से इजरायल में हड़कंप मच गया है तीन बंधकों की हत्या के बाद तेल अवीव में इजरायल के लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया मृतकों के परिजनों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए इंसाफ की मांग की हैं।
इजरायली सेना ने कहा कि उसके सैनिकों ने तीन बंधकों को “खतरा” समझकर गोली मारकर हत्या कर दी। अमेरिका ने इजराइल से गजा में संयम बरतने को कहा है। सेना ने एक बयान में कहा, “शुजाईया (गजा शहर का एक युद्धक्षेत्र) में लड़ाई के दौरान, सेना ने गलती से तीन इजराइली बंधकों को खतरे के रूप में पहचाना। इसके नतीजे में सैनिकों ने उन पर गोलीबारी की और वे मारे गए। सेना ने कहा है कि यह घटना सभी सैनिकों के लिए एक सबक है हमें इस पर गहरा अफसोस है।
इजरायली अधिकारियों और बंधकों लापता परिवार फोरम के अनुसार, मारे गए नागरिक बंधकों की पहचान 28 वर्षीय योतम हैम, 25 वर्षीय समेर तलालका और 26 वर्षीय एलोन शमरिज़ के रूप में की गई है। तीनों व्यक्तियों को 7.3 अक्टूबर को गजा सीमा के पास किबुत्ज़िम से हमास ने अपहरण किया था।
इजरयाली बंधकों की हत्या पर IDF ने क्या कहा?
आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने एक बयान में कहा कि इस दुखद घटना के लिए हम पूरी जिम्मेदारी लेते हैं, जो एक ऐसे क्षेत्र में हुई, जहां सैनिकों ने आत्मघाती हमलावरों समेत कई लड़ाकों का सामना किया।
इजरायली सैनिकों द्वारा की गई गोलीबारी में मारे गए बंधकों की पहचान योहान हैम, समर फौद तलालका व अलोन शमरीज के रूप में की गई। हगारी ने कहा कि यह घटना गाजा के पड़ोस में हुई, जहां हाल के दिनों में सबसे भीषण लड़ाई हुई है।
इस बीच यरूशलेम में बड़े पैमाने पर रॉकेट हमला हुआ। 30 अक्टूबर के बाद इतने बड़े पैमाने पर रॉकेट हमले हुए हैं। हमले के बाद स्थानीय लोग इधर-उधर शरण लेते दिखाई दिए।
अमेरिका, जो इज़राइल को अरबों डॉलर की सैन्य सहायता प्रदान करता है, ने हमास के हमलों पर अपनी प्रतिक्रिया का पुरजोर समर्थन किया है। वाशिंगटन में राष्ट्रपति बाइडेन ने गज़ा के नागरिकों के लिए अधिक देखभाल का आह्वान दोहराया। बाइडेन ने कहा, “मैं चाहता हूं कि वे इस बात पर ध्यान केंद्रित करें कि नागरिकों की जान कैसे बचाई जाए, हमास पर हमले बंद न करें, बल्कि अधिक सावधान रहें।