۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
नजफ

हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा अलहाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी ने केंद्रीय कार्यालय नजफ़ अशरफ़ में हौज़ ए इल्मिया क़ुम अल मुक़द्देसा ईरान से आए उलेमा ए इकराम,विद्वानों और शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,नजफ अशरफ में हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा अलहाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी की ख़िदमत में इराकी राष्ट्रपति डॉ.अब्दुल लतीफ़ जमाल रशीद अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ उपस्थित हुआ

ह़ज़रत आयतुल्लाह अल उज़मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी  ने केंद्रीय कार्यालय नजफ़ अशरफ़ में हौज़ ए इल्मिया क़ुम अल मुक़द्दिसा ईरान से आए उलेमाए किराम,विद्वानों और शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया।

उक्त बैठक में मरज ए आली क़द्र ने विद्वानों को अपने संबोधन में कहा कि दमनकारी सरकारों के अपराधों के बावजूद, हौज़ ए इल्मिया नजफ़ अशरफ़ ने महान सेवा प्रदान की है।

मरज ए आली क़द्र ने कहा कि धार्मिक अध्ययन के छात्रों को इमाम मेहदी अ.स.के सेवक बनने के लिए हमेशा तैयार रखना चाहिए और यह निरंतर नफ़्स के मोहासिबे,तक़वा, कड़ी मेहनत के माध्यम से की जा सकती है, और साथ ही मौला अली अ.स. के शियाओं के सेवक के रूप में खुद को हमेशा तैयार रखें और मक़ामाते मुक़द्दिसा की ज़ियारतों को अपने लिए एक आशीर्वाद और एक महान अवसर मानें और इससे खुद को समृद्ध करें।

मरज ए आली क़द्र ने मोमेनीन की सुरक्षा और सीधे रास्ते पर बाक़ी रहने के लिए दुआ की।

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