हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "अलमहासीन" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الکاظم علیه السلام
فطرک أخاك الصائم افضل من صيامك
हज़रत इमाम मूसा काज़िम अ.स.ने फरमाया:
तुम्हारा अपने दीनी भाई को इफ्तार कराना( सवाब में) खुद तुम्हारे रोज़ा रखने से अफज़ल हैं।
अलमहासीन,भाग 2,पेंज 396