۶ تیر ۱۴۰۳ |۱۹ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jun 26, 2024
سید ہادی موسوی

हौज़ा / आज अंजुमन-ए-शरिया शिया-जम्मू-कश्मीर शरीयतबाद यूसुफ, अबाद बडगाम ने आयतुल्लाह आगा सैयद यूसुफ के केंद्रीय मोर्चे में हजरत मुस्लिम बिन अकील (अ) की शहादत के अवसर पर एक शोक सभा का आयोजन किया। 

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, आज अंजुमन-ए शरिया शिया-ए जम्मू-कश्मीर, शरीयतबाद यूसुफ, अबाद बडगाम की ओर से आयतुल्लाह आगा सैयद यूसुफ के मुख्य दरबार में एक बैठक आयोजित की गई। शरिया फजलुल्लाह बामना में हजरत मुस्लिम बिन अकील की शहादत पर एक शोक सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता इस्लामिक विद्वान हुज्जतुल इस्लाम वल-मुस्लिमीन आगा सैयद मुहम्मद हादी अल-मुसावी अल-सफवी ने की।

सफ़ीरे हुसैन (अ) की शहादत और अरफ़ा के दिन के अवसर पर बडगाम मे इज्तेमाअ

मजलिस-ए-आज़ा में घाटी भर से हजारों शोक मनाने वालों ने भाग लिया और हज़रत मुस्लिम बिन अकील की सेवा में अपना सम्मान व्यक्त किया।

शोक सभा के आरंभ में संघ से जुड़े शोक संतप्तों ने स्तवन पाठ किया तथा अंत में माननीय अध्यक्ष ने सद्उपदेश से विश्वासियों को आशीर्वाद दिया।

सफ़ीरे हुसैन (अ) की शहादत और अरफ़ा के दिन के अवसर पर बडगाम मे इज्तेमाअ

आगा सैयद मुहम्मद हादी ने मोमिनों की सेवा में दुआ अरफ़ा की कुछ खंड सुनाए।

आगा सैयद हादी ने आगे कहा कि आज वह दिन है जिस दिन इंसान किसी दूसरे से दुआ नहीं कर सकता, क्योंकि आज सीधे अल्लाह से दुआ मांगने का दिन है।

मजलिस हज़रत मुस्लिम बिन अक़ील (अ) के मसाइब के साथ ख़त्म हुई।

सफ़ीरे हुसैन (अ) की शहादत और अरफ़ा के दिन के अवसर पर बडगाम मे इज्तेमाअ

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