हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मुहर्रम के महीने की शुरुआत से नाइजीरिया सहित कुछ अफ्रीकी देशों के विभिन्न शहरों में हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के शोक में मजलिस आयोजित की गई इस मौके पर जवान नौजवान बच्चे औरतें ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
अलकफ़ील के अनुसार, मुहर्रम के महीने की शुरुआत में, नाइजीरिया सहित कुछ अफ्रीकी देशों में अबा अब्दुल्ला अलहुसैन अ.स.के लिए शोक सभाएँ आयोजित की हैं।
इस केंद्र की प्रचार इकाई के प्रमुख सैय्यद मुस्लिम अल-जाबरी ने कहा, यह हुसैनी सभाएं हुसैनी संस्कृति को फैलाने और इमाम हुसैन अ.स. और उनके परिवार और साथियों पर ज़ुल्म व्यक्त करने के उद्देश्य से मुहर्रम और सफ़र के महीनों के दौरान काले महाद्वीप के कई देशों में आयोजित की जाती हैं।
उन्होंने आगे कहा,इन कार्यक्रमों में तंजानिया, मॉरिटानिया, सेनेगल, घाना, मेडागास्कर, केन्या, रवांडा, कैमरून, नाइजर, नाइजीरिया, बेनिन गणराज्य, सिएरा लियोन आदि देशों में मुहर्रम के महीने के लिए शोक सभाएं और विशेष भाषण आयोजित करना शामिल है।
नाइजीरिया में यह समारोह अहलेबेत की एक बड़ी भीड़ की उपस्थिति के साथ कडुना शहर में आयोजित किया गया।
इस शहर में आस्तान अब्बासी के बौद्धिक और सांस्कृतिक मामलों के विभाग के मिशनरी शेख इब्राहीम मूसा यूसुफ़ ने मासूम इमामों के शब्दों में इमाम हुसैन अ.स. के कष्टों पर रोने के गुणों के विषय पर एक भाषण दिया।