हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार,इस्लामी उलेमा काउंसिल बहरैन के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम सैयद मजीद अलमशअल ने कहा, तूफान ए अलअक्सा के एक साल गुजरने के बाद फिलिस्तीन का मुद्दा एक बार फिर से वैश्विक ध्यान का केंद्र बन गया है और जिहाद व प्रतिरोध की भावना फिर से अग्रिम पंक्ति में लौट आई है।
उन्होंने आगे कहा, तूफान अलअक्सा ज़ायोनी ताकतों को फिलिस्तीन और बैतुल मुक़द्दस के शुरुआती वर्षों की याद दिलाता है, जब सशस्त्र संघर्ष हालात पर हावी था क्योंकि इस ऑपरेशन ने क्षेत्र में उनके संबंधों के सामान्यीकरण के सपनों और ज़ायोनी विस्तार की योजनाओं को समाप्त कर दिया हैं।
हुज्जतुल इस्लाम अलमशअल ने कहा: तूफान अलअक्सा को एक साल हो चुका है, ऐसा साल जिसमें अपनी इज़्ज़त, भूमि और पवित्र स्थलों की रक्षा के संघर्ष की लड़ाई जारी रही और यह साल स्थिरता, दृढ़ता और प्रतिरोध का साल होने के साथ-साथ बलिदान और कठिनाइयों का भी साल रहा हैं।