हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, मिस्र में अल-अजहर यूनिवर्सिटी के संदेश में कहा गया है: अल-अजहर इस बात पर जोर देता है कि फिलिस्तीनी प्रतिरोध के शहीद सच्चे लड़ाके और प्रतिरोधी थे जिन्होंने अपने दुश्मनों को आतंकित किया और उनके दिलों में डर पैदा किया। वे आतंकवादी नहीं थे जैसा कि दुश्मन झूठा और धोखे से दिखावा करता है।
साथ ही, कल गुरुवार इस विश्वविद्यालय ने जर्मन विदेश मंत्री बेयर बॉक के बयान - जिसमे उन्होने कहा कि इज़राइल को गाजा में नागरिकों को निशाना बनाने का अधिकार है और उन्होने इस कार्रवाई को आत्मरक्षा बताया- के बयान को शर्मनाक बयान बताते हुए कड़ी निंदा की और एक बयान में इन बयानों को जर्मन राजनीति में अपमानजनक बताया और जोर दिया: एक वरिष्ठ अधिकारी के ये चरम शब्द एक बड़े खतरे का संकेत देते हैं, क्योंकि वह खुलेआम नागरिकों, बच्चों, महिलाओं और युवाओं की हत्या का समर्थन करते हैं।