हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,5 दिसंबर 2024 को हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्ला अलैहा का शहादत का दिन है। इस दु:खद अवसर पर पूरे ईरान में शोक सभाओं का क्रम जारी है।
कल रात से ही ईरान के विभिन्न नगरों, बस्तियों क़स्बों और देहातों में हज़रत फ़ातेमा ज़हरा की शहादत का ग़म मनाया जा रहा है।
कल की रात से इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई और देश के अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति में शोक सभाओं का आयोजन चल रहा है।
इस अवसर पर वक्ता और उपदेशक अपने भाषणों में हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्ला अलैहा के जीवन पर प्रकाश डाल रहे हैं।
मजलिसों में यह बताया जा रहा है कि पैग़म्बरे इस्लाम स.ल. की सुपुत्री ने अपने जीवन के अन्तिम दिनों में किस प्रकार की कठिनाइयां सहन की थीं और फिर वे किन हालात में शहीद हुईं।
ज्ञात रहे कि पैग़म्बरे इस्लाम स.ल. की सुपुत्री हज़रत फ़ातेमा ज़हरा की शहादत के संबन्ध में 20 दिनों के शोक का आयोजन किया जाता है जिसको "अय्यामे फ़ातेमिया" के नाम से जानते हैं।
आज बुध्दवार 5 दिसंबर को अय्यामे फ़ातेमिया का अन्तिम दिन है इस दुखद अवसर पर हम आप सबकी सेवा में हार्दिक संवेदना प्रकट करते हैं।
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