हजरत फातेमा जहरा
-
फ़ोटो / हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स)की शहादत पर मदरसा एल्मिया इमाम बाक़िर (अ) में मजलिस का आयोजन
हौज़ा / ईरान के शहर कामियारान में हज़रत फ़ातिमा ज़हेरा स.ल.की शहादत पर मदरसा एल्मिया इमाम बाक़िर अ.स.में मजलिस आयोजित की गई इस मजलिस को हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन रफीई ने खिताब फरमाया, मजलिस में बड़ी संख्या में मोमिनीन उपस्थित हुए
-
दिन की हदीसः
नर्क की आग से नेजात देने वाला नाम
हौज़ा/ पवित्र पैगंबर (स) ने एक हदीस में हज़रत फातिमा (स) के नाम का कारण वर्णित किया है।
-
हज़रत आयतुल्लाह सईदी:
हज़रत फातिमा ज़हरा की जिंदगी इस्लाम की हक्कानीयत पर सबूत है
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाह सईदी ने कहा कि हज़रत फातिमा ज़हरा स.ल.की क़ब्र का छिपा होना और उनके अन्य हालात, इस्लाम की सत्यता के महत्वपूर्ण प्रमाण हैं।
-
अव्वल वक़्त नमाज़ के बारे में आयतुल्लाह मुजतहेदी की महत्वपूर्ण और मुख्य बात
हौज़ा / यदि तुम्हारे पिता तुम्हें दोपहर को बुलाएँ और तुम हाँ कहो, तो वह कहेंगे: आओ! मुझे तुम से काम है। परन्तु यदि तुम दोपहर के बाद जाओ और कहो कि पिता जी, जब आपने मुझे दोपहर को बुलाया तब आपको क्या काम था? पिता कहेंगे...
-
इमाम ज़माना (अ.स.) का सच्चा अनुयायी धर्म के नियमों से बंधा हुआ है: आयतुल्लाह सईदी
हौज़ा / हज़रत मासूमा क़ुम (स) के हरम के संरक्षक ने कहा: इमाम ज़माना (अ) के ज़हूर की घोषणा काबा से की जाएगी। इमाम का ज़हूर धर्म के प्रचार और प्रसार के लिए होगा अतः एक सच्चे मुस्लमान का पहला कर्तव्य है कि उसे इस्लाम के नियमों का पालन करना चाहिए।
-
हज़रत फ़ातिमा ज़हेरा स.अ.के दफ़्न के मौक़े पर हज़रत अली अलैहिस्सलाम का ख़ुत्बा
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने यह (शब्द) कलेमात हज़रत फ़ातिमा ज़हेरा स.अ.के दफ़्न के मौक़े पर हज़रत पैग़म्बरे इस्लाम स.ल.व. से राज़दाराना गुफ़्तगू के अन्दाज़ में बयान फ़रमाए थे।
-
हज़रत फातिमा ज़हरा (स) आदर्श क्यों हैं?
हौज़ा / किसी को रोल मॉडल के रूप में स्थापित करने का विषय बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। इमाम अल-ज़माना (अ.स.) फ़रमाते हैं: मेरी माँ ज़हरा (अ.स.) मेरा रोल मॉडल हैं।अगर हम हज़रत फातिमा (स.) के प्रशिक्षण विद्यालय के बारे में बात करते हैं, तो इसका मतलब है कि प्रशिक्षण और चरित्र पैगंबर के जीवन में पूरी तरह से चित्रित हैं।
-
हज़रत ज़हेरा स.अ. का फ़रिश्तों से बातें करना और भविष्य की ख़बरें
हौज़ा/हज़रत फ़ातिमा ज़हेरा स.अ. में सिर्फ वाजिब और हराम यानी अहकाम को नहीं बयान किया गया है बल्कि भविष्य में इंसान की ज़िंदगी में क्या होने वाला है कैसे हालात पेश आने वाले हैं और कौन सी घटनाएं सामने आने वाली हैं यह सब बातें इस किताबों में हज़रत ज़हरा स.अ. द्वारा लिखी गई हैं।
-
सच्चों के साथ न खड़े होने का अंजाम कर्बला है
हौज़ा / हाय अफसोस अपने आप को मुसलमान और ईमान वाला कहने वाले जनाबे फातिमा,हज़रत अली,इमाम हसन और इमाम हुसैन सच्चों के साथ बादे रसूल खड़े नहीं हुए सिवाए चंद लोगों के,सच्चों के साथ न खड़े होने की वजह से हजरत अली की खिलाफत गई
-
आयतुल्लाहिल उज्मा हाफिज बशीर नजफी की सेवा में ईरान के तीर्थयात्री:
मोमिना महिलाओं को चाहिए कि वे हज़रत फातिमा ज़हरा (अ.स.) की नैतिकता और चरित्र से खुद को सुशोभित करें
हौज़ा / मरजा आली क़द्र ने अपने पैतृक और आवश्यक सलाह और बातों में कहा कि महिलाओं, विशेष रूप से मोमेना महिलाओं को, हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (अ.स.) की नैतिकता और चरित्र से खुद को सँवारना चाहिए।
-
सय्यदा कौनेन हज़रत फातिमा ज़हरा (स) न केवल महिलाओं के लिए बल्कि पूरी मानवता के लिए रोल माडल हैं: मासूमा नकवी
हौज़ा / सय्यदतुन निसा इल-आलामीन के धन्य जन्मदिन के शुभ अवसर पर मजलिस वाहदत मुस्लिमीन महिला विभाग की केंद्रीय अध्यक्ष सैय्यदा मासूमा नकवी ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि सय्यदा कौनैन हज़रत फातिमा ज़हरा (स) न केवल महिलाओं के लिए बल्कि पूरी मानवता के लिए रोल माडल है।
-
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा के जन्म दिवस पर शायरों और अहलेबैत के मद्दाहों की सुप्रीम लीडर से मुलाक़ात/फोंटों
हौज़ा/आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने इस मुलाक़ात में अहलेबैत अलैहिमुस्सलाम की मदह के सभी पहलुओं के ख़ूबसूरत होने पर ताकीद करते हुए इसे शियों की विरासत और ऐसी कला बताया जो अच्छी आवाज़, अच्छे शेर, मुनासिब धुन और अच्छी बातों से मिलकर वजूद में आती है।
-
हज़रत फातिमा ज़हरा (स) के शहादत दिवस पर क़ुम मे भारतीय धार्मिक छात्रो ने निकाला जुलूस
हौज़ा / कुम अल-मकद्देसा में भारत के छात्रों की ओर से शोक सभा का आयोजन किया गया, जिसे विश्वविख्यात हज्जतुल- इस्लाम वल-मुस्लेमीन सैयद ज़ैगम अल-रिज़वी ने संबोधित किया।
-
रसूलुल्लाह (स) के प्रयासों का परिणाम हजरत फातिमा ज़हरा (स) के धन्य अस्तित्व पर निर्भर था
हौज़ा / हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स) की शहादत दिवस के अवसर पर मानव विज्ञान के उच्च शिक्षा संस्थान मदरसा मरशिया कुम में शोक समारोह का आयोजन किया गया।
-
दिन की हदीसः
हज़रत फ़ातिमा (स.) का हक़ हड़पने वाले की क़िस्मत
हौज़ा / पवित्र पैगंबर (स) ने हज़रत फ़ातिमा (स) के हक़ को हड़पने वाले के अंत का वर्णन किया है।
-
शिया उलमा बोर्ड महाराष्ट्र द्वारा संगोष्ठी और मजलिस का आयोजन:
मौलाना असलम रिजवी, सभी विद्वानों को मिलकर वर्तमान चुनौती का सामना करना चाहिए
हौज़ा /ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिया पर्सनल लॉ बोर्ड शियाओं की सामाजिक, राष्ट्रीय, आर्थिक और शैक्षणिक समस्याओं को हल करने के लिए बनाया गया है।
-
इस्लामी कैलेंडर: 7 सफ़र उल-मुज़फ़्फ़र 1444 - 4 सितंबर 2022
हौज़ा/ इस्लामी कैलेंडर: 7 सफ़र उल-मुज़फ़्फ़र 1444 - 4 सितंबर 2022
-
इस्लामी कैलेंडर: 30 मुहर्रम 1444 - 28 अगस्त 2022
हौज़ा/ इस्लामी कैलेंडर: 30 मुहर्रम 1444 - 28 अगस्त 2022
-
दिन की हदीसः
अम्र बिल मारूफ़ का उद्देश्य
हौज़ा / हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.अ.) ने हदीस में अम्र बिल मारुफ़ के उद्देश्य का वर्णन किया है।
-
मौलाना तकी अब्बास रिज़वी:
देश में धार्मिक घृणा राष्ट्रहित के लिए हत्यारा है, बहस के नाम पर देश के शांतिपूर्ण माहौल में जहर घोला जा रहा है
हौज़ा / नोपुर शर्मा का पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) के संबंध मे शर्मनाक विश्लेषण और मुखर टिप्पणी उनकी गंदी मानसिकता का प्रतीक है।
-
अगर हज़रत हमज़ा (अ.स.) जीवित होते, तो कोई भी सक़ीफ़ा में अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) का अपमान करने का साहस नही करता
हौज़ा / हज़रत हमज़ा (अ.स.) सीरा और इस्लामी सभ्यता कालेज के प्रयासो से क़मु मे शहादत दिवस के अवसर पर मदरसा ए इमाम खुमैनी (र.अ.) के क़ुद्स हॉल में एक समारोह आयोजित किया गया।
-
आज मुसलमान जनाबे सैय्यदा की ज़ात को आइडियल बना ले वह समाज के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति बन जाएगा,सुश्री फरहाना गुलज़ेब
हौज़ा/ प्रिंसिपल जामिया फातेमिया फैसलाबाद ने कहां,आज हमारी महिलाएं सैय्यदा फातेमा ज़हेरा स.ल. की जीवनी को अपनाकर अपने बच्चों को ठीक से प्रशिक्षित कर सकती हैं।
-
हज़रत आयतुल्लाह मुद्रासी
हज़रत फातेमा ज़हरा (स.ल.) के जन्म का दिन इंसानियत के लिए ईद का दिन है।
हौज़ा / इराक के मशहूर धर्मगुरु आयातुल्लाह सैय्यद मुहम्मद तकी मुद्रासी ने कहा: हज़रत फातेमा ज़हेरा (स.ल.) का अस्तित्व एक दिव्य उपहार है जिसे अल्लाह तआला ने पाक पैगंबर (स.ल.व.व.) को दुनिया के लिए दया के स्रोत के रूप में दिया है।
-
हज़रत फातेमा ज़हरा (स.ल.) पैग़ंबरे इस्लाम (स.ल.व.व.) के अस्तित्व का खुलासा हैंः सैय्यदा ज़हरा नक़वी
हौज़ा/केंद्रीय महासचिव एमडब्ल्यूएम महिला विभाग और सदस्य पंजाब विधानसभा ने कहा: औरतों को जो सम्मान और ऊंचा मकाम इस्लाम ने दिया है, वह हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के कारण है।
-
इस्लामिक क्रांति के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली खामेनेई:
पाकीज़गी का केन्द्र,आल्लाह के लिए काम, निःस्वार्थ सेवा, मुबाहेले में बहुत ख़ास स्थान हज़रत फातेमा ज़हेरा की विशेषताएं हैं।
हौज़ा/हज़रता फ़ातेमा ज़हेरा स.ल. के शुभ जन्म दिवस के मौक़े पर रविवार 23 जनवरी 2022 को देश के वक्ताओं, शायरों और अहलेबैत की शान में क़सीदा पढ़ने वालों के एक ग्रुप ने आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्याद आली ख़ामेनेई से तेहरान में मुलाक़ात की,
-
पैग़म्बरों की इबादत और मिशन में शरीक हुआ जा सकता हैं।
हौज़ा/ शिया धर्मगुरू हुज्जतुल इस्लाम मसऊद आली ने तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इतिहास रचने वाली तीन तरह की इबादतों के मुक़ाबले में तीन तरह के गुनाहों की व्याख्या की और हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के महान किरदार का ज़िक्र किया है।
-
हज़रत फातेमा ज़हेरा का सबक़ - पहले पड़ोसी फिर घर वाले
हौज़ा/हज़रत ज़हरा पूरी रात इबादत और गिरया करती हैं। इमाम हसन अ.स. सवाल करते हैं कि आपने पूरी रात इबादत की और सिर्फ़ दूसरों के लिए दुआ की। हज़रत ज़हरा स.अ. कहती हैं कि बेटा पहले पड़ोसी फिर घर वाले।
-
कुरान और इतरत फाउंडेशन द्वारा फातिम दिवस कार्यक्रम:
हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.अ.) का जीवन छोटा है, लेकिन महान नैतिक और आध्यात्मिक सबक हैं, मौलाना जाफ़र रज़ा
हौज़ा / जो लोग यह चाहते हैं कि हज़रत फ़ातिमा का हमेशा क़सीदा पढ़े, उन्हें विशेष रूप से सूरह कौसर को पढ़ना चाहिए जो हमेशा फातिमा ज़हरा (स.अ.) की प्रशंसा करता रहेगा।
-
हज़रत फ़ातेमा की शहादत के दिनो मे मातम का माहौल:
हज़रत ज़हरा (स.अ.) का स्मारक आशूरा और कर्बला है, मौलाना सैयद हैदर अब्बास रिज़वी
हौज़ा / पैगंबर की पुत्रि की महानता को समझने के लिए, पवित्र कुरान की आयतों, पवित्र पैगंबर की बातें, गैर-शिया विचारकों के विचार और साथ ही शहज़ादी के जीवन के प्रभावो को पढ़ना आवश्यक है।