शुक्रवार 13 दिसंबर 2024 - 18:19
बे हिजाबी को बढ़ावा देना दुश्मन की चाल है।

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन हमीदी नेजाद ने हिजाब के मुद्दे पर बात ख़ुत्बा देते हुए कहा,इस समय बेहिजाबी को बढ़ावा देना दुश्मन का काम है लेकिन पर्यटन मंत्री इस कानून का विरोध क्यों कर रहे हैं जबकि 90% से अधिक पर्यटक ज़ियारत और इलाज के लिए आते हैं जो बेहिजाबी के खिलाफ हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार,हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन हमीदी नेजाद ने हिजाब के मुद्दे पर बात ख़ुत्बा देते हुए कहा,इस समय बेहिजाबी को बढ़ावा देना दुश्मन का काम है लेकिन पर्यटन मंत्री इस कानून का विरोध क्यों कर रहे हैं जबकि 90% से अधिक पर्यटक ज़ियारत और इलाज के लिए आते हैं जो बेहिजाबी के खिलाफ हैं।

हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन हमीदी नेजाद इस हफ्ते जुमे की नमाज़ के खुतबे में कहा,हमारे समय के बारे में जो आख़िर ए ज़माना है कई रिवायतों में चेतावनियाँ दी गई हैं ताकि जो लोग अपने धर्म को सुरक्षित रखना चाहते हैं वे आने वाली घटनाओं को समझकर धार्मिकता के लिए अधिक प्रेरणा प्राप्त करें।

उन्होंने आगे कहा,यह जानना आवश्यक है कि पैगंबर मोहम्मद स. के अनुसार, आख़िर-ए-ज़माना में धार्मिकता बनाए रखना हाथ में अंगार पकड़ने से भी कठिन होगा।

हुज्जतुल इस्लाम हमीदी नेजाद ने कहा,यदि हम आज अपने आसपास के माहौल को ध्यान से देखेंतो पाएंगे कि लोगों की विशेषताएँ वही हैं, जिनका उल्लेख रिवायतों में किया गया है।

ऐसी स्थिति में यदि कोई व्यक्ति सच्चा धार्मिक बनना चाहता है तो यह बहुत कठिन होगा लेकिन उसका इनाम भी अत्यधिक होगा जैसा कि पैगंबर मोहम्मद (स.) ने कहा है कि आख़िर-ए-ज़माना में एक धार्मिक व्यक्ति का इनाम मेरे सहाबा के इनाम से 50 गुना अधिक होगा।

उन्होंने सीरिया के हालात पर अयातुल्लाह खामेनेई की बातों का जिक्र करते हुए कहा: पहली बात यह है कि हमें हमेशा अल्लाह का शुक्रिया अदा करना चाहिए कि उन्होंने हमें ऐसी बेहतरीन नेतृत्व प्रदान की है, जो न तो कोई गलती करता है और न ही करेगा, जिसकी वजह से लोगों को अपमान और दुश्मन का वर्चस्व सहना पड़े।

हुज्जतुल इस्लाम हमीदी नेजाद ने हिजाब के मुद्दे पर कहा,आज बेहिजाबी को बढ़ावा देना दुश्मन की चाल है लेकिन पर्यटन मंत्री इस कानून का विरोध क्यों कर रहे हैं, जबकि 90% से अधिक पर्यटक ज़ियारत धार्मिक यात्रा और इलाज के लिए आते हैं, जो बेहिजाबी के खिलाफ हैं?

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha