हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,इंडोनेशिया के राष्ट्रपति की उपस्थिति के साथ इंडोनेशिया की राजधानी में एक समारोह का आयोजन किया गया देश के मुसलमानों और ईसाइयों के दो प्रमुख इबादत स्थलों के बीच यह सभा आयोजित की गई।
इंडोनेशिया की राजधानी में एक समारोह में इस देश के मुसलमानों और ईसाइयों के दो प्रमुख इबादत स्थलों के बीच "फ्रेंडशिप टनल" नामक एक सुरंग खोली गई इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो ने इसतिक़लाल मस्जिद को चर्च ( Our Lady of the Assumption) से जोड़ने वाली सुरंग खोली गई।
समारोह में प्रबोवो ने कहा,यह सुरंग न केवल धार्मिक समुदायों के बीच सद्भाव का प्रतीक है बल्कि एकता और विविधता की भावना को भी दर्शाती है जो इंडोनेशियाई राष्ट्र की विशेषता है। उन्होंने कहा, आइए एक साथ रहकर उन्नत और समृद्ध इंडोनेशिया में सहिष्णुता और भाईचारे की रक्षा करें।
इस सुरंग का निर्माण दिसंबर 2020 में शुरू हुआ और अगले साल सितंबर में समाप्त हुआ लेकिन, सुरंग निर्माण के गहरे अर्थ को व्यक्त करने के लिए डिज़ाइन की गई दीवार की सजावट पर काम के कारण अब तक इसमें देरी हुई है।
यह सुरंग 28.3 मीटर लंबी, 3 मीटर ऊंची और 4.1 मीटर चौड़ी है और इसतिक़लाल मस्जिद और जकार्ता कैथेड्रल के क्षेत्र के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।
इस परियोजना को इंडोनेशिया के तत्कालीन राष्ट्रपति जोको विडोडो द्वारा अनुमोदित और कार्यान्वित किया गया था, जिनका कार्यकाल इस वर्ष अक्टूबर में समाप्त हो गया था।
इस साल सितंबर में इसतिक़लाल मस्जिद के इमाम नसरुद्दीन उमर के साथ सुरंग का दौरा करते हुए पोप फ्रांसिस ने इसे संवाद सह-अस्तित्व और भाईचारे का स्पष्ट संकेत बताया था।
दोस्ती के बंधन के संरक्षण पर जोर देते हुए फ्रांसिस ने कहा, हम एक-दूसरे की धार्मिक परंपराओं से सीख सकते हैं और अपनी मानवीय और आध्यात्मिक जरूरतों को पूरा करने के लिए एक साथ आ सकते हैं।
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