हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) ने एक बयान जारी कर उत्तरी ग़ाज़ा पट्टी में क़माल अदवान अस्पताल पर हमले और उसे आग के हवाले करने की कड़ी निंदा की है।
OIC ने अपने बयान में कहा,ज़ायोनी सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं पर हमले अस्पतालों को निशाना बनाना उनका घेराव करना, चिकित्सा कर्मियों, घायलों और मरीजों को गिरफ्तार करना अंतरराष्ट्रीय और मानवाधिकार कानूनों और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का खुला उल्लंघन है।
संगठन ने वैश्विक समुदाय से मांग की हैं युद्धविराम को स्थायी रूप से लागू किया जाए।ज़ायोनी सरकार की सैन्य कार्रवाइयों को तुरंत रोका जाए। अस्पतालों के बुनियादी ढांचे और चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।मरीजों और घायलों के अधिकारों की गारंटी दी जाए।
संगठन ने ग़ज़ा पट्टी में मानवीय और चिकित्सा सहायता की आपूर्ति को बिना किसी बाधा के सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
फ़िलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशक मुनीर अलबरश ने शुक्रवार शाम बताया कि ज़ायोनी सरकार ने क़माल अदवान अस्पताल को जबरन खाली करवाने के बाद उसे आग के हवाले कर दिया।ज़ायोनी सैनिकों ने अस्पताल के आसपास गंभीर अपराध किया हैं।
50 फ़िलिस्तीनियों को शहीद कर दिया जिनमें पांच चिकित्सा कर्मी भी शामिल थे।इस अमानवीय कृत्य की OIC ने निंदा की और इसे मानवता के खिलाफ अपराध बताया।
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