हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,हरेदी यहूदी समुदाय और इज़रायली सेना एवं पुलिस के बीच अनिवार्य सैन्य सेवा कानून को लेकर विवाद जारी है इज़रायली सेना जो अपने जवानों की कमी के चलते हरेदी समुदाय को सेना में भर्ती करने पर जोर दे रही है, हरेदी समुदाय के कड़े विरोध का सामना कर रही है। हरेदी यहूदियों का मानना है कि यह कदम कानून के खिलाफ है।
बुधवार को भी हरेदी यहूदियों ने कब्जा किए गए फ़िलिस्तीन के केंद्र में विरोध प्रदर्शन किया और सड़कों को अवरुद्ध कर अनिवार्य सैन्य सेवा के खिलाफ अपना विरोध जताया इसका परिणाम इज़रायली पुलिस के साथ उनकी झड़पों के रूप में सामने आया।
पिछले गुरुवार को भी दर्जनों हरेदी यहूदियों ने कब्जा किए गए फ़िलिस्तीन के एक महत्वपूर्ण राजमार्ग, पूर्वी तेल अवीव में हाईवे नंबर 4 को अवरुद्ध कर दिया और पुलिस के साथ झड़प की।
ग़ाज़ा और लेबनान के साथ युद्ध के चलते इज़रायली सेना पिछले एक साल से गंभीर क्षति और जवानों की कमी का सामना कर रही है। इसी कारण कुछ महीनों पहले सेना ने हरेदी समुदाय के हजारों लोगों को भर्ती करने के लिए एक नई योजना पेश की इज़रायली सुप्रीम कोर्ट ने भी रक्षा मंत्रालय के अनुरोध पर हरेदी यहूदियों को सैन्य सेवा से छूट देने के प्रावधान को रद्द कर दिया।
इस फैसले के बाद इस प्रभावशाली लेकिन कट्टरपंथी अल्पसंख्यक समुदाय ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए यहां तक कि उनके प्रमुख रब्बी, इसहाक यूसुफ़, ने हरेदी धार्मिक स्कूलों के छात्रों से कहा कि वे अपनी सैन्य सेवा के आदेशों को फाड़ दें।
आपकी टिप्पणी