शनिवार 19 अप्रैल 2025 - 05:48
मुनाफ़िक़ की निशानियाँ

हौज़ा / हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में मुनाफ़िक़ की तीन निशानियाँ बयान की हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "तोहफ़ुल उक़ूल" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

इमाम अल-सादिक (उन पर शांति हो) ने कहा:

قال الامام الصادق علیه السلام:

ثَلاثٌ مَنْ كُنَّ فيهِ فَهُوَ مُنافِقٌ وَاِنْ صامَ وَصَلّى: مَنْ اِذا حَدَّثَ كَذِبَ وَاِذا وَعَدَ اَخْلَفَ وَ اِذَا ائْتـُمِنَ خـانَ.

तीन चीजें जो किसी व्यक्ति को पाखंडी बनाती हैं, भले ही वह नमाज़ और रोज़े के प्रति प्रतिबद्ध हो:

जब वह बोलता है तो झूठ बोलता है, जब वह वादा करता है तो वादा तोड़ देता है, और जब वह अमानत लेता है तो उसे धोखा देता है।

तोहफ़ुल उक़ूल, पेज 229

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha