हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित हदीस "गुज़ीदेह तोहफ़ुल-उक़ूल" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام العسکری علیہ السلام:
بِئسَ العَبدُ عَبدٌ يَكونُ ذاوَجهَينِ و ذالِسانَينِ؛
हज़रत इमाम हसन असकरी (अ) ने फ़रमाया:
दोगला और दोमुँही आदमी कितना बुरा आदमी है।
किताब; तोहफ़ुल-उक़ूल, हदीस 279