शनिवार 14 दिसंबर 2024 - 06:10
सलाम करने की अहमियत

हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम ने एक हदीस में वर्णन किया है कि सलाम न करने वाले के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "तोहफ़ुल-उक़ूल" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الصادق علیہ السلام:

مَنْ بَدَءَ بِكَلامٍ قَبْلَ سَلامٍ فَلاتُجيبُوهُ

इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम ने फ़रमाया:

किसी ऐसे व्यक्ति पर ध्यान न दें जो सलाम करने से पहले ही बात करना शुरू कर दे।

तोहफ़ुल उक़ूल, पेज  245

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