हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,संयुक्त राष्ट्र की बाल संरक्षण एजेंसी यूनिसेफ़ ने जानकारी दी है कि ग़ाज़ा पट्टी में 7 अक्टूबर 2023 से अब तक 50,000 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनी बच्चे शहीद या घायल हो चुके हैं। यह आँकड़ा इस बात की गवाही देता है कि हर 20 मिनट में एक बच्चा या तो मारा जा रहा है या घायल हो रहा है।
यूनिसेफ़ द्वारा जारी आंकड़े यह दिखाते हैं कि इस समय ग़ाज़ा पट्टी में बच्चे किस भयावह संकट का समाना कर रहे हैं।18 मार्च 2025 को युद्धविराम के उल्लंघन के बाद से 309 बच्चे शहीद और 3,738 घायल हुए हैं।
यूनिसेफ़ ने यह भी बताया कि ग़ाज़ा इस समय भुखमरी،मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन,मानवीय सहायता की भारी कमी,और स्कूलों व अस्पतालों की तबाही जैसे हालात से गुजर रहा है।
यूनिसेफ़ के कार्यकारी निदेशक पहले ही इस बात पर ज़ोर दे चुके हैं कि अमेरिका और इस्राईल की ओर से तैयार किया गया ग़ाज़ा को मदद पहुंचाने का नया प्लान ग़ाज़ा के लिए विनाशकारी है।
ग़ाज़ा के बच्चों की हालत दुनिया के सामने एक गंभीर मानवीय त्रासदी बन चुकी है, और ज़रूरत इस बात की है कि वैश्विक समुदाय तुरंत हस्तक्षेप करे ताकि बच्चों की जानें बचाई जा सकें और उन्हें एक सुरक्षित भविष्य मिल सके।
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