हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , लुकमान हकीम जो बुद्धिमत्ता और ज्ञान के प्रतीक हैं,अपने जीवन के अनुभवों से प्राप्त चार लाख बातों में से केवल आठ सरल और सुनहरे सिद्धांत अपने बेटे को सिखाए यह सिद्धांत आज भी मन की शांति और आत्मा की सुरक्षा के लिए मार्गदर्शक माने जाते हैं।
एक दिन लुकमान ने अपने बेटे से कहा,हे मेरे पुत्र! मैंने जीवन में चार लाख बातें सीखी हैं, उनमें से आठ सौ का चयन किया, और उनमें भी सर्वश्रेष्ठ आठ बातें तुम्हें सलाह के रूप में देता हूँ।
यह आठ सुनहरे सिद्धांत निम्नलिखित हैं।
1.दो चीजें कभी न भूलना:अल्लाह को,मृत्यु को
2.दो चीजें हमेशा भूल जाना:तुमने दूसरों के साथ जो भलाई की हो, दूसरों ने तुम्हारे साथ जो बुराई की हो।
3.चार अवसरों पर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए,जब किसी के दस्तरख़्वान पर जाओ तो पेट पर नियंत्रण रखो,जब किसी मजलिस में जाओ तो ज़बान की रक्षा करो,जब किसी के घर जाओ तो नज़रें नीची रखो,जब नमाज़ में खड़े हो तो दिल की हिफ़ाज़त करो।
ये बुद्धिमत्ता से भरे शब्द किताब"गंजीने-ए मआरिफ" (खंड 1, पृष्ठ 480) से लिए गए हैं और आज भी हर इंसान के लिए एक अच्छा और सार्थक जीवन जीने का व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान करता हैं।
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