हौज़ा न्यूज़ एजेंसी हिन्दीं के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में चीन के प्रतिनिधि ने स्पष्ट रूप से कहा कि ईरान को शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा के उपयोग का अधिकार प्राप्त है।
उन्होंने इजरायल और अमेरिका द्वारा ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमलों को वैश्विक शांति के लिए गंभीर खतरा बताया और कहा कि इन हमलों के कारण सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 का कार्यान्वयन मुश्किल हो गया है।
चीन के प्रतिनिधि ने आगे कहा कि कुछ सदस्य देश केवल ईरान को दोष देते रहते हैं। इस संकट की शुरुआत अमेरिका ने की, जिसने 2018 में परमाणु समझौते से हटने का फैसला किया और अधिकतम दबाव की नीति अपनाई।
इस रवैये ने कूटनीतिक प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाया, जबकि ईरान अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहा है और बार-बार स्पष्ट कर चुका है कि वह परमाणु हथियार बनाने का इच्छुक नहीं है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता टकराव को समाप्त करना है, बल प्रयोग कोई समाधान नहीं है एक स्थायी युद्धविराम और राजनीतिक समाधान ही इस समस्या का रास्ता है।
आपकी टिप्पणी