हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , जामेअ अज़हर मिस्र के प्रमुख अहमद अल-तैय्यब ने ग़ज्ज़ा की विनाशकारी स्थिति पर गहरा चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज मानवता का एक सबसे बड़ा इम्तिहान चल रहा है। उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा कि जो कोई भी हथियारों के ज़रिये इज़राइल का समर्थन करता है या उसके फैसलों को सही ठहराता है, वह इस अपराध में साझेदार है।
शेख अल-अज़हर ने विशेष रूप से ज़ोर दिया कि कब्ज़ाधारक गाज़ा के लोगों को जानबूझकर भूखा रखे हुए हैं, जो रोटी के एक टुकड़े और पानी की बूंद के लिए तरस रहे हैं, साथ ही शरणार्थी ठिकानों और राहत केंद्रों को भी गोलीबारी से निशाना बनाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि ग़ज़्ज़ा में हजारों निर्दोष लोग बेरहमी से मारे जा रहे हैं और बच पाने वाले भी भूख और दवा की कमी से दिन-ब-दिन दम तोड़ रहे हैं। शेख अल-अज़हर ने पुनः स्पष्ट किया कि जो भी हथियारों से इज़राइली शासन की सहायता करता है या नरसंहार को बढ़ावा देने वाले झूठे बयान देता है, वह इस अत्याचार में बराबर का भागीदार है।
ग़ज़्ज़ा में चल रहे अकाल और भुखमरी की समस्या इस क्षेत्र की पूरी तरह घेराबंदी और मानवीय सहायता के रोके जाने के कारण और भी विकट होती जा रही है। उन्होंने विश्व समुदाय से अपील की है कि वे इस आपदा को रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करें और गाजा के लोगों को राहत पहुंचाने का रास्ता खोलें।
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