शुक्रवार 1 अगस्त 2025 - 18:16
ईरान; इज़्ज़त और हैहात मिना ज़िल्ला का प्रतीक है।आयतुल्लाह ख़ातमी

हौज़ा / आयतुल्लाह सय्यद अहमद ख़ातमी ने अपने ख़ुत्बे में इस्लामी जम्हूरी-ए-ईरान को सम्मान ताकत आज़ादगी और हैहात मिन अज़-ज़िल्ला का असली प्रतीक बताते हुए कहा कि अगर युद्ध फिर थोपा गया, तो तेल अवीव एक बार फिर मलबे के ढेर में तब्दील हो जाएगा।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , तेहरान के इमाम ए जुमआ आयतुल्लाह ख़ातमी ने कहा कि तक़वा हर तौबा की बुनियाद और हिकमत का स्रोत है उन्होंने आज के दौर का तक़वा यह बताया कि इंसान इस्लामी व्यवस्था को मजबूत करने में जुटा रहे और दुश्मन की प्रोपेगैंडा से प्रभावित न हो। 

आयतुल्लाह ख़ातमी ने हालिया संघर्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि ईरान ने दुश्मन को नाकाम कर दिया और साबित कर दिया कि इस्राइल एक कैंसर है जिसे दुनिया से मिटा देना चाहिए।उन्होंने चेतावनी दी अगर इस्लामी दुनिया सतर्क नहीं हुई तो यह उनके लिए भी ख़तरा बन जाएगा।

ईरान ने युद्ध शुरू नहीं किया लेकिन जवाबी कार्रवाई में दुश्मन को चौंका दिया, उन्होंने कहा, अमेरिका का सीधा हस्तक्षेप असल में इस्राइल को बचाने की आख़िरी कोशिश थी, लेकिन दुनिया ने देख लिया कि 'लिबरल डेमोक्रेसी' बच्चों और औरतों के क़त्लेआम का दूसरा नाम बन चुकी है।
 
उन्होंने ज़ोर देकर कहा,इस्राइल की युद्ध की धमकियाँ और साइकोलॉजिकल वारफेयर ईरानी जनता को डरा नहीं सकते, क्योंकि ईरानी कौम, रहबर-ए-मोअज़्ज़म के प्रतीत वफादार हैं।

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