बुधवार 6 अगस्त 2025 - 14:26
अरबईन वॉक इस्लामी एकता का प्रतीक और उत्पीड़न व अहंकार के विरुद्ध वैश्विक जागरूकता का माध्यम है

हौज़ा/ हुज्जतुल इस्लाम वल-मुस्लेमीन रज़ा जोकार ने अरबईन वॉक को आशूरा की व्यावहारिक निरंतरता, इस्लामी एकता का प्रतीक और उत्पीड़न व अहंकार के विरुद्ध वैश्विक जागरूकता का एक माध्यम बताया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकदाश्त के इमाम जुमा हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन रज़ा जोकार ने अरबईन वॉक को आशूरा की व्यावहारिक निरंतरता, इस्लामी एकता का प्रतीक और उत्पीड़न व अहंकार के विरुद्ध वैश्विक जागरूकता का एक माध्यम बताया।

उन्होंने कहा कि अरबईन का यह वैश्विक समागम केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि एक सभ्यता-निर्माण आंदोलन है जो इमाम हुसैन (अ) की जीवनी, उनके बलिदान और उनके आंदोलन का संदेश दुनिया तक पहुँचाता है। इस मार्च के माध्यम से, मुस्लिम उम्मत न केवल अपनी एकता प्रदर्शित करती है, बल्कि फ़िलिस्तीन के उत्पीड़ित लोगों और ग़ज़्ज़ा के बच्चों के साथ अपनी व्यावहारिक एकजुटता भी व्यक्त करती है।

हुज्जतुल इस्लाम जोकार के अनुसार, अरबईन का नारा "अल-हुसैन का प्यार हमें एक साथ लाता है" केवल एक भावनात्मक सभा नहीं है, बल्कि एक राजनीतिक, सामूहिक और धार्मिक प्रतिज्ञा है जो वक़्त के इमाम (अ) के प्रति वफ़ादारी और अत्याचारियों के विरुद्ध संघर्ष की घोषणा है।

उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन (अ) ने अपने बलिदान से मानवता को अज्ञानता से बचाया, और यह संदेश आज भी अरबईन वॉक में जीवित है। इस मार्च में भाग लेकर, तीर्थयात्री अत्याचारियों के प्रति अपनी घृणा और उत्पीड़ितों के प्रति अपने प्रेम का इज़हार करते हैं।

इस वर्ष, अरबईन, ग़ज़्ज़ा में हुए अत्याचारों की पृष्ठभूमि में, वैश्विक चेतना को झकझोरने और ज़ायोनी उत्पीड़न के विरुद्ध मुस्लिम उम्मत को जागृत करने का एक सुनहरा अवसर है।

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