सोमवार 13 अक्तूबर 2025 - 06:53
अपनी गलतियों से नाआगाही एक बड़ा पाप है

हौज़ा/अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने इंसान को अपनी गलतियों और दोषों से ना आगाह रहने के प्रति आगाह किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "मीज़ान अल-हिक्मा" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال امیر المؤمنين عليه السلام:

جَهلُ المَرءِ بِعُيوبِهِ مِن أَعظَمِ ذُنوبِهِ.

अमीरुल मोमेनीनहज़रत अली (अ) ने फ़रमाया:

इंसान का अपनी गलतियों से ना आगाह रहना उसके सबसे बड़े पापों में से एक है।

मीज़ान अल-हिक्मा, हदीस 6776

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