अमीरूल मोमेनीन (अ.स.)
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अमीरुल मोमेनीन की विलायत अज़ीम नेमत है: आयतुल्लाह बशीर नजफ़ी
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज्मा हाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी ने नजफ अशरफ में अपने केंद्रीय कार्यालय में हशद अल-शाबी के एक प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और उन्हें संबोधित किया और इराक की स्वतंत्रता और सुरक्षा में हशद अल-शाबी के काम की प्रशंसा की।
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दिन की हदीसः
इल्म की ताक़त
हौज़ा /अमीरुल मोमिनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में इल्म की ताक़त (ज्ञान की शक्ति) का वर्णन किया है।
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भारत से आए सुन्नी ज़ाएरीन के कारवां ने इमाम रज़ा (अ) के हरम मे हाज़री दी
हौज़ा / भारत से सुन्नी ज़ाएरीन के एक कारवां को मशहद पहुंचने के बाद इमाम रज़ा (अ) के हरम मे ज़ियारत करने का सौभाग्य मिला।
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हुज्जतुल-इस्लाम वल-मुस्लेमीन मीर बकेरी:
मोमिन बाकी रहना मोमिन होने से अधिक महत्वपूर्ण और आवश्यक है
हौज़ा / हरम मुताहर हज़रत मासूमा (स) के खतीब ने कहा: सांसारिक कष्ट और परीक्षण मानव धर्मपरायणता के सबसे महत्वपूर्ण मानदंड हैं।
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ग़दीर का मतलब न्याय व महानता की हुक्मरानी हैं
हौज़ा / गदीर का मसला अपनी आला विषयवस्तु के साथ सभी मुसलमानों से संबंधित है क्योंकि यह न्याय की हुक्मरानी, महानता की हुक्मरानी और अल्लाह की विलायत की हुक्मरानी के मानी में है।
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दिन की हदीस:
दीनी भाई से इनकेसारी से पेश आने का फल
हौज़ा / हज़रत इमाम हादी अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में दीनी भाई से इनकेसारी से पेश आने के फल की ओर इशारा किया हैं।
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हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई:
हज़रत इमाम अली अ.स.की शहादत सिर्फ़ गुज़रे ज़माने का नुक़सान नहीं
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,हज़रत अली अलैहिस्सलाम की शहादत, वह ग़म नहीं है जो किसी ज़माने में पड़ा हो और फिर आज हम उसकी याद में आंसू बहांए! नहीं, यह ग़म, हर ज़माने का ग़म है। हज़रत अली अलैहिस्सलाम को शहीद करने का दुख, यह ख़ुदा की क़सम हिदायत की बुनियाद तबाह हो गयी” जो कहा गया है वह सिर्फ़ उस ज़माने का नुक़सान नहीं हुआ बल्कि इन्सानियत की पूरी तारीख़ का नुक़सान हुआ हैं।
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इत्रे क़ुरआनः सूर ए आले इमारन !
धार्मिक विचलन और गुमराही के विरुद्ध इस्लामी समाज की प्रतिक्रिया आवश्यक है
हौज़ा | धर्मत्यागियों से निपटने का तरीका उन्हें श्राप देना है। अल्लाह ताला ईमानवालों को धर्मत्याग से सावधान करता है और उन्हें अपनी ओर खींचता है।
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हौज़ा इ्मिया ख़ाहारान आज़रबाइजान की शिक्षक:
मौला अमीरूल मोमेनीन (अ) की शान में पवित्र कुरान की लगभग 300 आयतें नाज़िल हुई हैं
हौज़ा / सुश्री मुहम्मद लू ने कहा: मौला अल मुवाहेदीन अमीरुल मोमेनीन (अ) का जन्म काबा के अंदर हुआ था और वह एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्हें यह सम्मान मिला है और यह चीज़ रब्बुल आलमीन की मौला अल मुवाहेदीन (अ) के लिए विशेष प्रेम का संकेत है।
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अमीरुल मोमेनीन (अ) मार्गदर्शन के प्रतीक हैं, मौलाना सैयद दस्त नकवी
हौज़ा / मौलूदे काबा के जन्म के जश्न के मौके पर इमाम हादी स्कूल ऑफ नॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा कि अमीरुल मोमेनीन (अ) मार्गदर्शन का प्रतीक हैं।
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13 रजब को शिया जामा मस्जिद हुसैनाबाद, झारखंड में एक भव्य जश्न का आयोजन +फोटो
हौज़ा / इमाम अल-मुत्तक़ीन अमीरुल मोमेनीन मौला ए काएनात हज़रत अली इब्न अबी तालिब (अ) के धन्य जन्म की पूर्व संध्या पर, 24 जनवरी शाम 7 बजे, शिया जामा मस्जिद हुसैनाबाद, जपला, झारखंड हुसैनाबाद के विश्वासियों द्वारा एक भव्य उत्सव का आयोजन किया गया।
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क़ुम अल-मुक़द्देसा में "अमीरुल मोमेनीन के जन्म का जश्न";
बनी आदम की भलाई प्रेम और एकता में है, मौलाना रज़ा अब्बास खान
हौज़ा / हर साल की तरह इस साल भी ईरान के क़ुम में रहने वाले सुल्तानपुर के छात्रों द्वारा हुसैनिया इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम में एक तरही मकासिदा सभा का आयोजन किया गया।
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अमीरुल मोमेनीन (अ) की मंक़बतः
लाज़िम है बादे सल्ले अला, या अली मदद
हौज़ा / 13 रजब के शुभ अवसर पर प्रसिद्ध शायर अहमद शहरयार के कुछ अशार प्रिय पाठको की सेवा मे प्रस्तुत है।
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हज़रत अमीरुल मोमिनीन अली (अ) के हरम पर "मौलूद-ए-काबा" का झंडा फहराया गया
हौज़ा / पवित्र पैग़म्बर (स) के जन्म के धन्य सप्ताह की शुरुआत के अवसर पर, हरम मुताहर में एक ध्वजारोहण समारोह आयोजित किया गया।
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हज़रत उम्मूल बनीन स.ल. सारी औरतों के लिए नमूने अमल हैं।हुज्जतुल इस्लाम वाल मुस्लेमीन मौलाना मुहम्मद मेराज खान रन्नावी
हौज़ा/हज़रत उम्मुल बनीन स.ल वह एक महान, प्रतिष्ठित वफादार और ज्ञानी महिला हैं जिनकी मध्यस्थता अमीरुल मोमिनीन अ.स. ने की थी, जब यह शादी करके हज़रत अली अ.स.के घर आई तो इमामे हसनैन अलैहिस्सलाम को देखने के बाद कहा, बच्चों मैं तुम्हारी माँ नहीं मैं तुम्हारी खादीमा हूं।
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मोमेनीन धार्मिक जागरूकता और अंतर्दृष्टि बढ़ाने के लिए अज़ादारी के दिनों का लाभ उठाएं: मौलाना सैयद हैदर अब्बास रिज़वी
हौज़ा / मौलाना सैयद हैदर अब्बास रिज़वी ने कहा कि यदि खतीब आयतो और रिवायतो के आलोक में बात करना मजलिस की जिम्मेदारी है, तो यह मजलिस के उपस्थित लोगों और संस्थापकों का कर्तव्य है कि वे एक समझदार खतीब चुनें।
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तस्वीरे / कुरआनी कक्षाओ के समापन पर मस्जिद इमाम हसन मुज़्तबा अ०स० (छोटी मस्जिद) लंगरखाना हुसैनाबाद में पुरूस्कार वितरण समारोह
हौज़ा / क़ुरान करीम की शिक्षा को ध्यान मे रखते हुए रमज़ान 1444 को मस्जिद इमाम हसन मुज़्तबा अ०स० (छोटी मस्जिद) लंगरखाना हुसैनाबाद में क़ुरानी कक्षाओ का आयोजन किया गया।
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तस्वीरें/इमाम रज़ा (अ.स.) के हरम में उर्दू भाषी तीर्थयात्रियों के लिए शबे क़द्र के आमाल का आयोजन
हौज़ा / मशहद मुक़द्दस इमाम रज़ा (अ.स.) के हरम ने उर्दू भाषी तीर्थयात्रियों के लिए शबे क़द्र के आमाल का आयोजन किया।
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दिन की हदीसः
अच्छे और नेक लोगों का व्यवहार
हौज़ा / इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में अच्छे और नेक लोगों के व्यवहार का संकेत दिया है।
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दिन की हदीसः
अमीरुल मोमिनीन की नैतिक सलाह
हौज़ा / हज़रत इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में अच्छे शिष्टाचार हासिल करने पर जोर दिया है।
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इस्लामी कैलेंडर: 30 मुहर्रम 1444 - 28 अगस्त 2022
हौज़ा/ इस्लामी कैलेंडर: 30 मुहर्रम 1444 - 28 अगस्त 2022
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दिन की हदीसः
आत्म-प्रशिक्षण के संबंध में अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) की सलाह
हौज़ा / हज़रत इमाम अली (अ.स.) ने एक रिवायत में आत्मा को प्रशिक्षित करने और उसे विनम्र बनाने की सलाह दी है।
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जर्मन राजनयिक: हैरानी की बात है कि लोग मौत के बाद भी इमाम अली (अ.स.) के आसपास ही रहना चाहते हैं!
हौज़ा / जर्मन दूतावास के नाज़िम-उल-अमौर ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ हज़रत अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) की दरगाह और हरमे अल्वी का दौरा किया।
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दिन की हदीसः
लंबी लालसाएँ क्यो निंदनीय हैं?
हौज़ा / हज़रत अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) ने एक रिवायत में लंबी लालसाओं के निंदनीय होने की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
महिलाओं के पांच बेहतरीन गुण
हौज़ा / इमाम रज़ा (अ.स.) ने एक रिवायत में अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) से सुनाए गए महिलाओं के पांच सबसे अच्छे गुणों की ओर इशारा किया है।
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कर्बला में ६०,००० से अधिक मोमेनीन की नियाबत मे ज़ियारते अरबाईन का आयोजन
हौज़ा / हज़रत अब्बास (अ.स.) की दरगाह के मीडिया खंड के सूचना प्रौद्योगिकी और नेटवर्क प्रभाग ने सूचित किया है कि दुनिया के विभिन्न देशों से संबंधित (६०.२७१) हजार मोमेनीन की ओर से ज़ियारते अरबाईन पढ़ी गई।
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दिन की हदीसः
यह व्यक्ति एक गुलाम है
हौज़ा / हज़रत अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) ने एक रिवायत में एक स्वतंत्र और गुलाम आदमी के संकेतों की ओर इशारा किया है।
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तन्जीमुल-मकतिब केसचिवः
अली (अ.स.) की सरकार में कोई भी भूखा नहीं सोता था, मौलाना सैयद सफी हैदर जैदी
हौज़ा / तन्जीमुल-मकतिब केसचिव ने कहा कि ब्रह्मांड में केवल अली की सरकार थी जिसमें कोई भी भूखा नहीं सोता था। इंशााल्लाह इमामे जमाना (अ.त.फ.श.) के जहूर के बाद जब सरकार बनेगी तो वहा भी यही अंदाज़ होगा।