रविवार 2 नवंबर 2025 - 15:15
यहूदीवाद का खतरनक षटयंत्र, सूडान मे जारी नरसंहार इस्राईल और अमेरिकी योजना का नतीजा

हौज़ा /सूडान में चल रही गृहयुद्ध और बेगुनाह लोगों का नरसंहार कोई अंदरूनी मुद्दा नहीं बल्कि एक वैश्विक साज़िश का हिस्सा है। पश्चिम एशिया के विशेषज्ञों के अनुसार, ज़ायोनी (इज़राइली) और अमेरिकी योजनाओं के तहत अफ्रीकी देशों को कमजोर और विभाजित करने की प्रक्रिया तेज़ी से जारी है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम एशियाई मामलों के विशेषज्ञों के अनुसार, सूडान में चल रही गृहयुद्ध और नरसंहार वास्तव में अमेरिका और इज़राइल की योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य इस्लामी और अफ्रीकी देशों को कमजोर और विभाजित करना है।

शनिवार की रात पश्चिम एशियाई मामलों के विशेषज्ञ सैयद रज़ा सदर हुसैनी ने बातचीत में कहा कि सूडान में 2019 से जारी अशांति अब एक बड़े मानवीय संकट में बदल चुकी है और देश में खुलेआम नरसंहार हो रहा है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों ने चिंता जताई है, लेकिन बड़ी ताकतें खामोश दर्शक बनी हुई हैं।

हुसैनी के अनुसार, इज़राइल और अमेरिका खुले तौर पर सूडान के विद्रोही समूहों का समर्थन कर रहे हैं, जबकि ईरान, मिस्र और सऊदी अरब जैसे देश अब भी सूडान की वैध सरकार और राष्ट्रीय एकता का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक करीब 1 करोड़ 20 लाख से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं और देश के बड़े हिस्से पर हथियारबंद समूहों का कब्जा है।

यहूदीवाद का खतरनक षटयंत्र, सूडान मे जारी नरसंहार इस्राईल और अमेरिकी योजना का नतीजा

उन्होंने कहा कि सूडान के तेल और सोने के भंडार पर कब्जा करने की लालच ने अमेरिका, इज़राइल और कुछ अरब देशों को इस संकट में शामिल कर रखा है। उनका कहना था कि ज़ायोनी शासन (इज़राइल) इस हालात से खुश है क्योंकि सूडान की तबाही के कारण दुनिया का ध्यान अस्थायी तौर पर ग़ज़ा में हो रहे इज़राइली अपराधों से हट गया है।

ईरान के विदेश मंत्रालय के उत्तरी अफ्रीका मामलों के निदेशक जनरल, महदी शोश्तरी ने एक टेलीफोनिक बातचीत में कहा कि सूडान का विभाजन एक खुली औपनिवेशिक साज़िश है और ईरान ने इसका कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इस्लामी दुनिया चुप नहीं रहेगी और संयुक्त राष्ट्र को चाहिए कि इन अपराधों के खिलाफ ठोस कदम उठाए।

सैयद रज़ा सदर हुसैनी ने आगे कहा कि सूडान पहले भी विभाजित हो चुका है और अब वही योजना दोहराई जा रही है ताकि एक स्वतंत्र मुस्लिम देश को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाए। उन्होंने इसे अमेरिकी योजना का हिस्सा बताते हुए कहा कि इसी योजना के तहत क्षेत्र के बड़े देशों को भी तोड़ने की तैयारी चल रही है।

दूसरी ओर, ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराकची ने भी सूडान में आम नागरिकों के नरसंहार की निंदा करते हुए कहा कि आतंकवाद और बेगुनाह लोगों पर हिंसा किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने सूडान के विदेश मंत्री से बातचीत में ईरान की तरफ से पूरी सहानुभूति और एकजुटता का संदेश दिया।

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