हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, ईरानी विदेश मंत्रालय ने साफ़ कर दिया है कि डिफेंसिव मिसाइल प्रोग्राम सिर्फ़ देश की सॉवरेनिटी और टेरिटोरियल इंटीग्रिटी की रक्षा के लिए है और इस पर कोई बातचीत या किसी भी तरह का एग्रीमेंट नहीं हो सकता।
रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बघई ने एक वीकली न्यूज़ ब्रीफिंग में कहा: ईरान के डिफेंसिव मिसाइल प्रोग्राम का मकसद देश को किसी भी एग्रेसिव हमले से बचाना है।
उन्होंने कहा: ईरान का मिसाइल प्रोग्राम देश की सुरक्षा के लिए है, बातचीत के लिए नहीं। ईरान की डिफेंस कैपेबिलिटी किसी भी दुश्मन को हमला करने से रोकने के लिए हासिल की गई हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा: आर्म्ड फोर्स देश की सुरक्षा के लिए हर समय तैयार हैं। ईरानी देश और संस्थाएं अपने काम पर फोकस करेंगी और अपना काम जारी रखेंगी। उन्होंने पश्चिमी देशों के दोहरे बर्ताव की भी आलोचना की और कहा: "ईरान के डिफेंसिव मिसाइल प्रोग्राम को खतरे के तौर पर दिखाया जा रहा है, जबकि इज़राइल को मॉडर्न हथियार दिए जा रहे हैं। यह एक साफ़ उलटी बात और नैतिक नाकामी है, जिसके लिए यूनाइटेड स्टेट्स और इज़राइल को सपोर्ट करने वाले देश ज़िम्मेदार हैं।"
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