हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , भारत में वली-ए-फ़क़ीह के प्रतिनिधि हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अब्दुल मजीद हकीम ईलाही ने मदीना मुनव्वरा के पास हुए इस दर्दनाक हादसे पर संवेदनात्मक संदेश जारी किया है।
संवेदना संदेश कुछ इस प्रकार है:
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
بِسْمِ اللّهِ الرَّحْمنِ الرَّحِيمِ
وَمَنْ يَخْرُجْ مِنْ بَيْتِهِ مُهَاجِرًا إِلَى اللّهِ وَرَسُولِهِ ثُمَّ يُدْرِكْهُ الْمَوْتُ فَقَدْ وَقَعَ أَجْرُهُ عَلَى اللّهِ ۗ وَكَانَ اللّهُ غَفُورًا رَحِيمًا.
और जो व्यक्ति अपने घर से निकल पड़े अल्लाह और उसके रसूल की ओर हिजरत करने के लिए, फिर उसे मौत आ लगे, तो उसका अज्र अल्लाह के ऊपर तय है और अल्लाह बड़ा माफ़ करने वाला रहम करने वाला है।
बहुत अफसोस और अत्यंत रंज के साथ यह दर्दनाक खबर प्राप्त हुई कि मदीना मुनव्वरा से मक्का मुक़र्रमा की ओर यात्रा के दौरान हुए भीषण सड़क हादसे में भारत के कई ज़ायरीन-ए-बैतुल्लाह ने दम तोड़ दिया और अपने रब से जा मिले। यह हादसा अत्यंत हृदयविदारक और दुखद है जिसने दिलों को गहरे दुख और सदमे से भर दिया है।
मैं इस दर्दनाक हादसे पर भारत की जनता, दिवंगतों के परिवारों, रिश्तेदारों, सम्मानित उलेमा ए किराम, उम्मते-मुस्लिमा और सभी हाजियों एवं हज-ए-इब्राहीमी के चाहने वालों की सेवा में संवेदना और सांत्वना प्रकट करता हूँ।
अल्लाह तआला से दुआ है कि वह अपने फ़ज़्ल व करम से इन दिवंगतों पर रहमत नाज़िल फ़रमाए और उनके परिवार-जनों तथा पीछे रह जाने वालों को सब्र-ए-जमील और महान प्रतिफल प्रदान करे।
आपकी टिप्पणी