हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , आयतुल्लाहिल उज़्मा मकारिम शीराज़ी ने एतेकाफ़ कमेटी के सरबराह हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन तक़िया और उनके साथ आए वफ़्द से मुलाक़ात के दौरान इस साल एतेकाफ़ में नुमायाँ इज़ाफ़े पर ख़ुशी का इज़हार किया। उन्होंने एतेकाफ़ की कमीयत और कैफ़ियत में तरक़्क़ी को एक बड़ी बशारत और मुल्क के लिए उम्मीद का पैग़ाम बताया हैं।
आयतुल्लाह मकारिम शीराज़ी ने कहा कि एतेकाफ़ हमारा एक अहम मअनवी सरमाया है, और ख़ास तौर पर नौजवानों की इस इबादत में बढ़ती हुई दिलचस्पी यह ज़ाहिर करती है कि अल्हम्दुलिल्लाह मुल्क में रूहानियत ग़ालिब हो चुकी है। उनके मुताबिक़, एतेकाफ़ करने वालों की बढ़ती तादाद और उन मसाजिद में इज़ाफ़ा जहाँ एतेकाफ़ होता है, समाज में दीन और मज़हब के फ़रोग़ की रौशन दलील है।
उन्होंने एतेकाफ़ के मुन्तज़िमीन को मुख़ातिब करते हुए ताकीद की कि इस इबादत की रूहानी फ़िज़ा हर हाल में महफ़ूज़ रखी जाए और प्रोग्राम ऐसे हों जो मक़सद वाले और असरदार हों। उन्होंने कहा कि बिला शुब्हा आने वाले सालों में एतेकाफ़ के ये मरासिम पूरे मुल्क पर मुस्बत असरात डालेंगे।
आख़िर में आयतुल्लाह मकारिम शीराज़ी ने तमाम मु‘तक़िफ़ीन को, ख़ुसूसन नौजवानों को मुबारकबाद दी और फ़रमाया कि वे दिल से सब के लिए दुआगो हैं। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि अल्लाह तआला इस इबादत के सदक़े मु‘तक़िफ़ीन की मुश्किलात दूर फ़रमाएगा।
इस मौक़े पर हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन तक़िया सरबराह एतेकाफ़ कमेटी, ने इ‘तिकाफ़ के इनइक़ाद, इसके समाजी और अख़्लाक़ी असरात और मुल्क भर में रूहानियत के फ़रोग़ से मुताल्लिक़ तफ़सीली रिपोर्ट पेश की, और आयतुल्लाह मकारिम शीराज़ी की रहनुमाई को ईमान और ख़ुद-साज़ी के लिए निहायत क़ीमती क़रार दिया।
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