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प्रमुख कश्मीरी विद्वानों का संयुक्त बयान: शिया-सुन्नी एकता ही अस्तित्व की गारंटी…
हौज़ा/ प्रसिद्ध कश्मीरी विद्वान आगा सय्यद हसन मूसवी अल-सफवी, आगा सय्यद मुहम्मद बदी अल-मूसवी अल-सफवी, मौलाना मसरूर अब्बास अंसारी और सभी जुमे के इमामों ने एक संयुक्त बयान जारी कर कश्मीर के लोगों से शिया-सुन्नी एकता की पुरज़ोर अपील की है।
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ज़ुहूर; इमाम हुसैन अ.स.की सफलता का दिन हैं। मौलाना सैयद रज़ा हैदर जै़दी
हौज़ा / लखनऊ की शाही आसिफी मस्जिद में जुमआ के खुत्बे के दौरान हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना सैयद रज़ा हैदर जैदी, प्रिंसिपल हौज़ा ए इल्मिया हज़रत ग़ुफ़रान मआब ने कहा कि ज़ुहूर इमाम हुसैन अ.स. की सफलता का दिन है।
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कर्बला की घटना अदब की सभी असनाफ़ में मौजूद है: मौलाना सय्यद अब्बास बाक़री
हौज़ा/ मौलाना सैयद मुहम्मद अतहर काज़मी: कर्बला को समझे बिना कोई साहित्यिक अर्थ नहीं समझा जा सकता। मौलाना सलमान कासमी: हज़रत इमाम हुसैन द्वारा दी गई कुर्बानियाँ उनकी माँ के पालन-पोषण की देन हैं।
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यज़ीद का चरित्र और कार्य इस्लाम, शरीयत और बुनियादी मानवीय सिद्धांतों व नैतिकता से…
हौज़ा/ अंजुमने शरई शियाने जम्मू कश्मीर के तहत, मुहर्रम की 13 तारीख को घाटी भर में मातमी जुलूस भी निकाले गए, जिसमें बड़ी संख्या में अज़ादारी करने वालों ने भाग लिया और इमाम, हज़रत इमाम हुसैन (अ) को खिराजे तहसीन पेश किया।
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अलीगढ़: इमाम हुसैन (अ) की याद में वृक्षारोपण, मानवता और शांति का संदेश
हौज़ा/इमाम हुसैन (अ) के बलिदान को श्रद्धांजलि; अलीगढ़ में मुहर्रम के अवसर पर वृक्षारोपण कर मानवता, शांति और प्रकृति प्रेम का संदेश दिया गया। धार्मिक विद्वानों, सामाजिक हस्तियों और नागरिकों ने मिलकर वृक्षारोपण किया और पर्यावरण जागरूकता तथा शोक के आध्यात्मिक संदेश को एक सूत्र में पिरोया, ताकि कर्बला के सबक को न केवल याद किया जाए, बल्कि उसे अमल में भी लाया जाए।
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ग़म और गिरया के साथ लुटे काफिले का जुलूस निकाला गया
हौज़ा / शाहगंज;जौनपुर बड़ागांव में दसवीं मोहर्रम के बाद सोमवार को 11वीं मोहर्रम को लुटा हुआ क़ाफिला जुलूस निकाला गया जुलूस गांव के सैयद सिब्तैन के अज़ाखाने से शुरु हुआ। जिसका संचालन असगर मेहंदी गुड्डू ने किया।
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मुंबई में आशूरा जुलूस, फिलिस्तीन और क्रांति के नेता के साथ एकजुटता, उत्पीड़न के खिलाफ…
हौज़ा / 10 मुहर्रम 1447 हिजरी को, मुंबई के ज़ैब पैलेस में एक भव्य आशूरा जुलूस निकाला गया। इस अवसर पर, रिवायती अजादारी के साथ-साथ, उत्पीड़ित फिलिस्तीन और सर्वोच्च नेता इमाम खामेनेई के प्रति समर्थन की एक मजबूत अभिव्यक्ति भी थी।
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त्याग, धैर्य, दृढ़ता और सत्य की जीत का एक शानदार उदाहरण: आका सैयद मुहम्मद रिजवी
हौजा / सोरो घाटी कारगिल लद्दाख में एक भव्य आशूरा दिवस जुलूस निकाला गया, जिसमें हजारों विश्वासियों ने भाग लिया और कर्बला के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और इस अवसर पर प्रतिरोध मोर्चे की जीत और सफलता और विशेष रूप से इस्लामी क्रांति के नेता के स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए प्रार्थना की गई।
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अगर आपने दृढ़ता दिखाई तो चोटी फ़तह कर लेंगें
हौज़ा / संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहिए, ठोस फ़ैसले के साथ क़दम बढ़ाना चाहिए। अगर आपने दृढ़ता का प्रदर्शन किया तो चोटी फ़तह कर लेंगे
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पूरे भारत में यौम ए आशूरा सम्मान के साथ मनाया गया / जुलूसों में शहीद ए कर्बला के…
हौज़ा / पूरे भारत में 10 मोहर्रम उल हराम, यौम-ए-आशूरा,श्रद्धा, सम्मान और अनुशासन के साथ मनाया गया देश के विभिन्न शहरों, कस्बों और गांवों में अज़ादारी के जुलूस निकाले गए, जिनमें इमाम हुसैन अ.स.के शोक मनाने वालों ने गहरे दुःख और संवेदना के साथ शहीद-ए-कर्बला को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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आशूरा-ए-हुसैनी (अ.स.) का संदेश जीवित है और रहेगा, आका हसन सफवी मूसवी
हौज़ा / जम्मू-कश्मीर में आशूरा का सबसे बड़ा जुलूस आगा हसन के नेतृत्व में मीरगांद बडगाम से निकाला गया, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और सैयद अल-शोहदा और उनके वफादार साथियों को श्रद्धांजलि दी।
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भारत में अकीदत और एहतराम के साथ निकाले गए आशूरा के जुलूस
हौज़ा / पैगंबर हजरत इमाम हुसैन (अ) के नवासे और उनके शहीद साथियों द्वारा कर्बला के मैदान में की गई महान कुर्बानी की याद में पूरे भारत में आशूरा का जश्न धार्मिक श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर देश के विभिन्न शहरों, कस्बों और गांवों में मातमी जुलूस निकाले गए और शोक सभाएं आयोजित की गईं।
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यमनी सेना ने फिलिस्तीन-2 हाइपरसोनिक मिसाइल से बेन गुरियन हवाई अड्डे पर किया हमला
हौज़ा / यमनी सैन्य प्रवक्ता ने बेन गुरियन हवाई अड्डे पर एक सफल मिसाइल हमले की घोषणा की है, जिसके परिणामस्वरूप उड़ानें निलंबित कर दी गईं और सियोनीस्त लोगों को शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
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कुम अलमुकद्देसा में अशूरा के दिन भारतीय दीनी छात्रों ने जुलूस निकालकर वक्त के इमाम…
हौज़ा / कुम अलमुकद्देसा में हुसैनिया इमाम सादिक अलैहिस्सलाम में मजलिसे अज़ा का आयोजन हुआ उसके बाद बड़ी हकीदत के साथ जुलूस निकाला गया जिसमें दीनी छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और वक्त के इमाम को पूरसा पेश किया
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फंदेड़ी सादात में रोज़-ए-आशूरा अकीदत और एहतराम के साथ मनाया गया / हर क़ौम ने इमाम…
हौज़ा / फंदेड़ी सादात में यौम-ए-आशूरा बेहद अकीदत, एहतराम और ग़म के माहौल में मनाया गया नबी के नवासे हज़रत इमाम हुसैन (अ.स.) और उनके वफ़ादार साथियों की अज़ीम क़ुर्बानी की याद में पूरे दिन मजलिस, मातम और जुलूस-ए-अज़ा का सिलसिला जारी रहा मोक़ामी मोमिनों ने गहरे दुख और दर्द के साथ कर्बला के शहीदों को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया।
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ईरान, पाकिस्तान और भारत सहित दुनिया भर में आशूरा-ए-हुसैनी मनाया जा रहा है
हौज़ा / इराक, पाकिस्तान और भारत सहित दुनिया भर में यौम-ए-आशूरा बडी अकीदत और सम्मान के साथ मनाया जा रहा है।
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इमाम हुसैन (अ) के नाम पर अज़ादारो और विद्वानों ने किया रक्तदान
हौज़ा/हुसैनिया गुफरान मआब लखनऊ में रक्तदान शिविर आयोजित।
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कर्बला,शऊर शहादत और फ़लसफ़ा ए क़ुर्बानी
हौज़ा / कर्बला की ज़मीन पर बहा हुआ ख़ून सिर्फ़ आँखों से बहने वाले जज़्बाती आँसुओं का तकाज़ा नहीं करता, बल्कि इंसान के ज़मीर,शऊर और वुजूद से जुड़े सवालों को झिंझोड़ता है। इमाम हुसैन अ.स.ने सिर्फ़ अपनी जान ही नहीं दी बल्कि अपने अहले-बैत अ.स. असहाब और यहाँ तक कि मासूम बच्चों को भी राहे-हक़ में क़ुर्बान कर दिया। यह सिर्फ़ एक जंग नहीं थी, बल्कि क़ुर्बानी की बुलंद तरीन चेतना, अख़्लाक़ी बुलंदी और वुजूद की आज़ादी का बेहतरीन इज़हार था।
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ज़ुल्म का विरोध और मजलूम का साथ यही है कर्बला का संदेश। मौलाना सैयद अली हाशिम आबिदी
हौज़ा / मौलाना सैयद अली हाशिम आबिदी ने अशरा ए मजलिस की नौवीं मजलिस में रसूल अल्लाह स.अ.व. की प्रसिद्ध हदीस बेशक इमाम हुसैन अ.स. हिदायत का चिराग और नजात की कश्ती है को अपने वक्तव्य का मुख्य विषय बनाते हुए कहा,इमाम हुसैन अ.स.की अज़ादारी हिदायत का ज़रिया और नजात का कारण है।
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कश्मीर में 8वें मुहर्रम का ऐतिहासिक जुलूस, फिलिस्तीन के साथ एकजुटता और क्रांति के…
हौजा/ कश्मीर भर से शोक मनाने वालों की भव्य भागीदारी, फिलिस्तीन और गाजा के साथ एकजुटता, क्रांति के नेता और सैय्यद हसन नसरल्लाह के प्रति महान प्रतिबद्धता।