अज्ञानता (23)
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आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोलीः
उलेमा और मराजा ए इकरामहौज़ा ए इल्मिया और विश्वविद्यालयों का काम अज्ञानता मिटाना है
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाह जवादी आमोली ने कहा: जो व्यक्ति लापरवाह हो और बिना सोच-विचार के कोई कदम उठाए, उसे पछतावे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा; लेकिन जो व्यक्ति एहतियात, दूरअंदेशी और समझ-बूझ का मालिक…
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धार्मिकनहजुल बलाग़ा में इमाम अली (अ) की चेतावनी: नेमतें और गुनाह, एक ही सिक्के के दो पहलू
हौज़ा/अमीरूल मोमेनीन हज़रत अली (अ) नहजुल बलाग़ा की हिकमत संख्या 25 में शुक्रगुज़ारी और ज़िम्मेदारी का एक बहुत ही महत्वपूर्ण बिंदु बताते हैं।
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धार्मिकइल्म बेहतर है या माल? अमीरुल मोमेनीन अली (अ.स.) के 10 अलग-अलग जवाब
हौज़ा/ सदियों से, मनुष्य एक सवाल पर विचार करता रहा है: "इल्म बेहतर है या माल?" — एक ऐसा सवाल जिसने कई लोगों के दिमाग पर कब्ज़ा कर लिया है और जिसका जवाब किसी व्यक्ति के जीवन की दिशा बदल सकता है।…
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ईरानक़ुरान ए करीम, मनुष्य के लिए मार्गदर्शन का सर्वोत्तम स्रोत: हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन क़राती
हौज़ा / क़ुरआ के शिक्षक ने पवित्र कुरान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह मनुष्य के लिए सच्चे मार्गदर्शन का एकमात्र स्रोत है। उन्होंने कहा कि कुरान जीवन के हर पहलू को स्पष्ट करता है और मनुष्य…
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धार्मिकज़ुहूर का इंतजार कब तक और इसका क्या फायदा है?
हौज़ा / आजकल जब मुंजी ए बशरिय्यत के इंतजार को अक्सर निष्क्रियता और आराम से जोड़कर देखा जाता है, तो शोधों से पता चलता है कि यह सक्रिय और गतिशील इंतजार न केवल समाज की प्रगति में रुकावट नहीं डालता,…
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हौज़ा इल्मिया की सुप्रीम कांउसिल के सचिवालय के प्रमुखः
उलेमा और मराजा ए इकरामडरपोक और अज्ञानी लोगों का पालन समाज को तबाही की ओर ले जाता है
हौज़ा / मुबल्लिग़ो का काम यह है कि वे लोगों को समझाएं कि समाज की सही दिशा और नेतृत्व वही कर सकता है जो फ़कीह, आलिम और मुत्तक़ी हो। ऐसा नेतृत्व ही समाज को सही दिशा दिखा सकता है। इसके विपरीत, अगर…