हौज़ा / गुनाहगार और ज़ालिम लोग कम मुश्किलात में क्यों मुब्तिला नज़र आते हैं और उनकी ज़िन्दगी बेहतर दिखाई देती है? यह वो सवाल है जिसका हुज्जतुल इस्लाम क़राअती, जो कुरआन के उस्ताद और मुफस्सिर हैं,…
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मीरबाक़री ने मुहर्रम के पहले दशक के चौथे दिन सूरह इब्राहीम की आयत " وَإِن تَعُدُّوا نِعْمَةَ اللَّهِ لَا تُحْصُوهَا (और यदि तुम अल्लाह की नेमतों को गिनने…