गुनाह को हल्का समझना (8)
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धार्मिकहंसना भी सवाब है, अगर मजाक बे गुनाह हो
हौज़ा/ इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने एक हदीस में बे गुनाह मज़ाक की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकगुनाह से बचने का तरीका
हौज़ा/इमाम बाक़िर (अ) ने एक रिवायत में गुनाह से बचने का तरीका बताया है।
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अहवाज़ के इमाम जुमा की धार्मिक छात्रो को नसीहतें;
ईरानसावधान रहें! कभी एक गुनाह इंसान के सारे अच्छे कामों को बर्बाद कर सकता है
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल-मुस्लेमीन मूसवी फर्द ने कहा، "कभी-कभी इंसान से ऐसा एक गुनाह हो जाता है, जो उसके सारे अच्छे कामों को नष्ट कर देता है"।
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दिन की हदीसः
धार्मिकगुनाहो को माफ कराने का तरीक़ा
हौज़ा / पवित्र पैगंबर (स) ने एक परंपरा में गुनाहो को माफ करने का तरीका बताया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकइंसान को गुनाह की तरफ खीचने वाला अमल
हौज़ा /अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली (अ) ने एक हदीस में ऐसे अमल के बारे में बताया है जो इंसान को गुनाह की तरफ खींचता है।