हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल-मुस्लेमीन मूसवी फर्द ने कहा، "कभी-कभी इंसान से ऐसा एक गुनाह हो जाता है, जो उसके सारे अच्छे कामों को नष्ट कर देता है"।
हौज़ा / पवित्र पैगंबर (स) ने एक परंपरा में गुनाहो को माफ करने का तरीका बताया है।
हौज़ा /अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली (अ) ने एक हदीस में ऐसे अमल के बारे में बताया है जो इंसान को गुनाह की तरफ खींचता है।