पाप (34)
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दिन की हदीसः
धार्मिकगुनाह की बीमारी का इलाज
हौज़ा / इस हदीस में गुनाह को बीमारी बताया गया है और इसके इलाज की तरफ इशारा किया गया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकनेमतों के कम होने में गुनाहों की भूमिका
हौज़ा/ अमीरुल मोमेनीन (अ) ने एक रिवायत मे नेमतों के कम होने में गुनाहों के असर का वर्णन किया है।
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धार्मिकग़ीबत से निजात; चार फ़ौरी और प्रभावी क़दम
हौज़ा/ ग़ीबत एक ऐसा पाप है जो बहुत आसानी से ज़बान पर आ जाता है, लेकिन इसके परिणाम दुनिया और आख़िरत, दोनों में बेहद गंभीर होते हैं। ज़बान के ज़रिए होने वाले इस हक़्क़ुन नास से निजात के लिए चार…
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हज़रत मासूमा (स) की दरगाह के खतीब:
ईरानअल्लाह पर पूर्ण भरोसा एक "मूल्यवान संपत्ति" और मन की शांति का स्रोत है
हौज़ा/हुज्जतुल इस्लाम लुकमानी ने अल्लाह पर भरोसे को "मूल्यवान संपत्ति" बताते हुए कहा: धन, शक्ति, प्रसिद्धि और सुंदरता में से कोई भी व्यक्ति को मन की शांति नहीं देता। केवल ईश्वर पर भरोसा ही हृदय…
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धार्मिकक्या बार-बार तौबा करना व्यर्थ है? आयतुल्लाह खुशवक़्त का जवाब
हौज़ा/स्वयं की इच्छाओं के विरुद्ध गिरने पर भी व्यक्ति को प्रयास करते रहना चाहिए, क्योंकि निरंतर संघर्ष इच्छाशक्ति को मज़बूत करता है, जबकि हार मानने से व्यक्ति नष्ट हो जाता है। इसी प्रकार, यदि…
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धार्मिकसबसे बुरा दोष और सबसे बड़ा पाप
हौज़ा / अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में व्यक्ति के दो सबसे बुरे गुणों की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकपाप के माध्यम से लक्ष्य तक पहुँचने का अंजाम
हौज़ा/ इमाम हुसैन (अ) ने एक रिवायत में लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पाप के मार्ग की निंदा की है।
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ईरानकुछ लोग खुद ही पाप का द्वार खोल कर खुद को नरक में डाल देते हैं: हुज्जतुल इस्लाम अब्दुल्लाह तूरान दाज़
हौज़ा / एथिक्स के प्रोफेसर हुज्जतुल इस्लाम अब्दुल्लाह तूरान दाज़ ने कहा कि कुछ लोगों का स्वभाव ऐसा होता है कि वे स्वयं ही पाप का द्वार खोल लेते हैं और खुद को नरक में ले जाते हैं।
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दिन की हदीसः
धार्मिकपाप करने से भी बड़ा पाप
हौज़ा/इमाम ज़ैनुल आबेदीन (अ) ने एक रिवायत में एक ऐसा अमल बताया है। जिसकी सज़ा पाप से भी बड़ी है।
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इत्रे क़ुरआन ! सूर ए नेसा
हौज़ा हाय इल्मियापाप का प्रभाव केवल पापी पर ही पड़ता है
हौज़ा / यह आयत मनुष्य को पाप से बचने का उपदेश देती है तथा उसे याद दिलाती है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने कार्यों के लिए जिम्मेदार है। अल्लाह तआला सब कुछ जानता है और उसके फैसले बुद्धिमत्तापूर्ण होते…
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शरई अहकामः
धार्मिकक्या कोई व्यक्ति कुंवारा रह सकता है?
हौज़ा/ क्या कोई व्यक्ति कुंवार रह सकता है? के सबंध मे पूछे गए सवाल का आयतुल्लाहिल उज़्मा सिस्तानी ने जवाब दिया है।