मौलाना सैय्यद राहिब हसन ज़ैदी
-
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की मोहब्बत इंसान के नफ्स को पाक करती हैं।मौलाना सैय्यद राहिब हसन ज़ैदी
हौज़ा/हर साल की तरह इस साल भी इमाम बारगाह ए मेंहदी अमीनाबाद लखनऊ में अशरा ए मजालिस का सिलसिला शुरू है जिसको मौलाना सैय्यद राहिब हसन ज़ैदी खिताब फरमा रहे हैं इस अशरा ए मजालिस का विषय दीन और दीनी मसाएल है।
-
जब तक हुसैनियत बाकी है तब तक दीनदारी बाकी हैं। मौलाना सैय्यद राहिब हसन ज़ैदी
हौज़ा/हर साल की तरह इस साल भी इमाम बारगाह ए मेहदी अमीनाबाद लखनऊ में अशरा ए मजालिस का सिलसिला शुरू है जिसको मौलाना सय्यद राहिब हसन ज़ैदी खिताब फरमा रहे हैं इस अशरा ए मजालिस का विषय दीन और दीनी मसाएल है।
-
दीन की कद्र करबला का मक़सद हैं। मौलाना सैय्यद राहिब हसन ज़ैदी
हौज़ा/हर साल की तरह इस साल भी इमाम बारगाह ए मेहदी लखनऊ में अशरा ए मजालिस का सिलसिला शुरू है जिसको मौलाना सैय्यद राहिब हसन ज़ैदी खिताब फरमा रहे हैं इस अशरा ए मजालिस का विषय दीन और दीनी मसाएल हैं।
-
सीरते अहलेबैत अ.स. नमूने अमल है मौलाना सैय्यद राहिब हसन ज़ैदी
हौज़ा/मौलाना ने कहा कि अल्लाह की नेमत इतनी हैं कि उसे गिना नहीं जा सकता है और अगर हम अल्लाह की सारी नेमतों का फायदा उठाना चाहते हैं तो हम सीरते मासूमीन अ.स. पर अमल करें